अफगानिस्तान में हजारों आंखें तरस रही हैं कि कोई उन्हें वहां से निकालकर दूसरे मुल्क में ले जाए। लोग प्लेन पर लटककर भी जान गंवा रहे हैं। इसी बीच एक हैरत करने वाली घटना सामने आई है। मरीन कमांडो की पत्नी को अकेले लेकर प्लेन उड़ गया। जिस फ्लाइट में यूके के के पॉल की पत्नी नार्वे पहुंचीं उसमें केवल वो ही सवार थीं। उनके अलावा केवल चालक दल के सदस्य थे। पॉल ने पत्नी की फोटो पोस्ट करके ट्वीट किया तो लोगों का गुस्सा भड़क गया। उनका कहना था कि लोग जान हथेली पर रखकर देश से बाहर निकलने को आमादा हैं। ऐसे में मरीन कमांडो की पत्नी को अकेले लेकर जाना हैरत भरा है।
गोरखपुर लौटा युवक, बोला- नहीं भूलता भयावह मंजर: गोरखपुर के चौरी चौरा क्षेत्र के नयी बाजार निवासी शैलेंद्र शुक्ला सोमवार को अफगानिस्तान से गोरखपुर लौटे। वह उन 150 व्यक्तियों में शामिल हैं, जो सुरक्षित भारत लौट आए हैं। घर पहुंचते ही उन्होंने चैन की सांस ली और कहा कि वह उन 48 घंटों के दर्दनाक अनुभव को भूलना चाहते हैं, जो उन्होंने काबुल में खौफ के साए में रहते हुए बिताए।
शैलेंद्र 16 जुलाई को एक निजी कंपनी में मशीनों के रखरखाव के लिए ढाई महीने के लिए काबुल गये थे, लेकिन तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद उन्हें वापस आना पड़ा।
अफगानिस्तान के खौफनाक अनुभवों को याद करते हुए शुक्ला ने बताया,”तालिबान का काबुल पर कब्जा होने के बाद हमारे कारखाने के मालिक ने सुरक्षा कारणों से हमें बाहर जाने की अनुमति नहीं दी, लेकिन हम लगातार भारतीय दूतावास और मीडिया के संपर्क में थे।
भारतीय दूतावास ने हमें काबुल के खलीज हॉल में इकट्ठा किया और हमें दूतावास के समन्वयक (कोआर्डिनेटर) के साथ छह बसों में शाम को काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले जाया गया, जहां रात भर हम हवाई अड्डे से बाहर अपनी बसों में ही बैठे रहे।”