इजराइल और हमास जंग का असर अमेरिका में एक बार फिर देखने को मिला है। अमेरिकी स्टूडेंट्स गाजा में हुए नरसंहार के खिलाफ हॉर्वर्ड की सड़कों पर उतर गए हैं। जबकि इसका असर अमेरिका के 30 विश्वविद्यालयों में देखने को मिला है।

अमेरिकी छात्र फिलीस्तीन के समर्थन मे और इजराइल के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी से जुड़ा मामला सामने आया है। जिसमें हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंपस परिसर में लगी जॉन हॉर्वर्ड की प्रतिमा पर लगे अमेरिकी झंडे की जगह फिलीस्तीन का झंडा लाग दिया गया।

छात्रों का प्रदर्शन खत्म करने से इनकार

अमेरिका में लगातार हो रहे इस विरोध प्रदर्शन के बाद जहां पुलिस ने गिरफ्तारी तेज कर दी है। वहीं फिलीस्तीनी समर्थक छात्रों ने प्रदर्शन खत्म करने से इनकार कर दिया है। इस घटना को लेकर हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने बताया कि यूनिवर्सिटी की पॉलिसी तोड़ने वाले सभी छात्रों के खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में गिरफ्तारी की बात करें तो अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी, इंडियाना यूनिवर्सिटी, अरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी और वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के लगभग 900 छात्रों को अरेस्ट किया गया है।

इससे पहले भी हो चुका है प्रदर्शन

ये पहला मौका नहीं है जब अमेरिकी छात्रों द्वारा फिलीस्तीन का समर्थन किया गया हो। इसके पहले भी अमेरिका के सदर्न कैलिफोर्निया कैंपस में सैकड़ों छात्रों ने टेंट लगाकर इजराइल का विरोध किया था। इस दौरान मामला तब बिगड़ा जब कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच झड़प हुआ। जिसके बाद पुलिस को आकर स्थिति को संभालना पड़ा। ऐसा ही कुछ हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी देखने को मिला था।

अमेरिका में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग की बात करें तो वो गाजा में स्थाई सीजफायर की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों की मांग है कि अमेरिका द्वारा इजराइल को दी जा रही सैन्य सहायता रोक दी जाए। छात्रों के प्रदर्शन पर यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस अधिकारियों कार्रवाई की है। कोलंबिया समेत कई यूनिवर्सिटी के सैकड़ों छात्रों को निलंबित कर दिया गया है।