अमेरिका में एक शख्स को भारतीय मूल की बच्ची की हत्या के अपराध में 100 साल की सजा सुनाई गई है। दरअसल, आरोपी ने साल 2021 में अमेरिका के लुइसियाना प्रांत में एक झगड़े के दौरान गोली चलाई थी, जो पास के होटल में खेल रही बच्ची के सिर में जा लगी थी। गोली लगने से बच्ची की मौत हो गई थी जिस पर अब अदालत ने दोषी को 100 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी राज्य लुइसियाना में 2021 में 5 वर्षीय भारतीय मूल की लड़की की मौत के लिए 35 वर्षीय एक व्यक्ति को 100 साल के कठिन श्रम की सजा सुनाई गई है। श्रेवेपोर्ट के जोसेफ ली स्मिथ को माया पटेल की हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सजा सुनाई गई थी।
क्या है मामला?
भारतीय मूल की बच्ची की हत्या के दोषी 35 वर्षीय जोसफ ली स्मिथ को जनवरी 2023 में 5 साल की माया पटेल की मौत का दोषी ठहराया गया था। घटना के वक्त माया पटेल एक होटल के कमरे में खेल रही थी उसी दौरान एक गोली उसके सिर में आकर लगी। गोली लगने से घायल हुई बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीन दिन तक जिंदगी और मौत के बीच लड़ने के बाद 23 मार्च 2021 को माया की मौत हो गई।
झगड़े के दौरान चली गोली बच्ची के सिर में जा लगी
दरअसल होटल सुपर 8 मोटेल की पार्किंग में ही आरोपी जोसफ ली स्मिथ एक अन्य व्यक्ति के साथ झगड़ रहा था। इसी झगड़े में स्मिथ ने गोली चला दी जो उससे झगड़ा करने वाले व्यक्ति को तो नहीं लगी लेकिन पास के ही कमरे में खेल रही माया के सिर में जा लगी। बता दें कि माया के माता-पिता विमल और स्नेहल पटेल ही इस होटल के मालिक हैं और उनका परिवार होटल के ही ग्राउंड फ्लोर पर रहता है।
जिला जज जॉन डी मोसेले ने बच्ची की हत्या के दोषी स्मिथ को 60 साल कड़े श्रम की सजा दी। साथ ही इस दौरान अपराधी को जमानत या पेरोल की सुविधा नहीं मिलेगी। इसके अलावा न्याय को बाधित करने और एक अन्य मामले में 20-20 साल की सजा सुनाई। इस तरह स्मिथ को कुल 100 साल की सजा सुनाई गई है। गुरुवार को कैड्डो पैरिश डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा, “सजा को स्मिथ की गुंडागर्दी के कारण बढ़ाया गया था और उसे कुल 100 वर्षों की सश्रम सजा सुनाई गयी है।