लाल सागर में फिलिस्तीनियों के समर्थन में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाए जाने के बाद अब अमेरिका और ब्रिटेन ने जवाबी हमला शुरू कर दिया है। यमन में एक साथ कई हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में हूती विद्रोहियों को भारी नुकसान हुआ है। दोनों देशों ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की है। जानकारी के मुताबिक हूती ठिकानों पर टॉमहॉक मिसाइलों और लड़ाकू जेट विमानों से हमला कर उसके लॉजिस्टिक हब, वायु रक्षा प्रणाली और हथियारों के जखीरे को निशाना बनाया गया है। माना जा रहा है कि इन हवाई हमलों के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ सकता है।

पहली बार हूती विद्रोहियों पर कार्रवाई

अमेरिका और ब्रिटेन ने हूती विद्रोहियों के खिलाफ पहली बार कार्रवाई की है। यह कार्रवाई हूती विद्रोहियों के उस हमले के बाद की गई है जिसमें उसने मालवाहक जहाजों को अपना निशाना बनाया था। इन हमलों के बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ चेतावनी भी जारी की गई थी। अमेरिका की ओर से बयान सामने आया था कि अगर मालवाहक जहाजों को हूती विद्रोहियों की ओर से निशाना बनाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों भारत ने भी अपने 5 युद्धपोत लाल सागर में तैनात कर दिए हैं।

20 देशों ने मिलकर शुरू किया ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन

हूती विद्रोहियों के खिलाफ कई देश एकजुट हो गए हैं। लाल सागर में हूतियों के हमलों को रोकने के लिए यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर ने मिलकर ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन लॉन्च किया है। इसमें हूती के ठिकानों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इन देशों की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर हूती विद्रोहियों के हमले जारी रहे तो उसके खिलाफ कई बड़े हमले किए जाएंगे।

इनपुट-एजेंसी