अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवादियों के सभी सुरक्षित पनाहगाहों को बंद करने और पड़ोसी देशों पर हमले करने वाले सहित सभी आतंकी संगठनों को निशाना बनाने को कहा। अमेरिका ने यह बात ऐसे समय कही है जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंक को मदद करने तथा इसका निर्यात करने वाले देशों को अलग थलग करने का मजबूती से समर्थन किया है। व्हाइट हाउस के उपप्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, ‘पाकिस्तान के साथ हमारा ध्यान उसकी सरजमीं पर आतंकवादी खतरों से निपटने और उसकी क्षमता बढ़ाने में है। वे हिंसक चरमपंथ के खिलाफ गंभीर एवं सतत लड़ाई लड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा विश्वास है कि वे आतंकवादी हिंसा को खत्म करने के लिए प्रगति कर रहे हैं और कदम उठा रहे हैं, लेकिन इसी के साथ हम इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि उन्हें अपने पड़ोसियों पर हमला करने वाले सहित सभी आतंकवादी संगठनों को निशाना बनाना होगा और सभी सुरक्षित पनाहगाहों को बंद करना होगा।’
जम्मू कश्मीर के उरी में सेना के एक अड्डे पर 18 सितंबर को हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव बढ गया है। इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हुए थे। पाकिस्तान ने हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता के आरोपों से इंकार किया है और दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा सहित सभी मंचों पर एक दूसरे पर निशाना साधा है। टोनर ने दोहराया कि यह अमेरिका का लंबे समय से मानना रहा है कि भारत और पाकिस्तान रिश्तों के सामान्य होने से लाभ की स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान दोनों को सीधे संवाद करने के लिए प्रेरित करते हैं जिसका उद्देश्य तनाव कम करना हो।
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