अमेरिका के न्यू जर्सी में एक इमाम को बुधवार तड़के मस्जिद के बाहर गोली मार दी गई। हमलावर फिलहाल फरार हैं और पुलिस अधिकारी उनकी तलाश कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मुस्लिमों के खिलाफ पूर्वाग्रह के चलते इमाम की हत्या की गयी है। फिलहाल उन्हें कोई सबूत नहीं मिला है।
एसेक्स काउंटी अभियोजक टेड स्टीफंस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इमाम हसन शरीफ अपनी कार में थेजब राज्य के सबसे बड़े शहर नेवार्क में मस्जिद-मुहम्मद मस्जिद के पास उन्हें मारा गया। बुधवार सुबह लगभग 6 बजे उन्हें कई बार गोली मारी गई। इमाम को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन दोपहर में उनकी मौत हो गई।
पांच साल तक स्थानीय मस्जिद में इमाम रहे थे हसन शरीफ
अटॉर्नी जनरल मैट प्लैटकिन ने कहा कि मैं जनता हूं कि इस हत्या की खबर से इस समय न्यूजर्सी में कई लोग अत्यधिक भय या चिंता में हैं। नेवार्क के जन सुरक्षा निदेशक फ्रिट्ज फ्रैगे ने बताया कि शरीफ पांच साल तक स्थानीय मस्जिद में स्थानीय इमाम रहे थे। उन्होंने इमाम को अंतरधार्मिक समुदाय के एक नेता के रूप में याद किया, जिन्होंने न्यूजर्सी में सुरक्षित माहौल स्थापित करने के लिए काफी काम किया।
अटॉर्नी जनरल मैट प्लैटकिन ने कहा, मैं जानता हूं कि वैश्विक घटनाओं को देखते हुए और कई समुदायों के प्रति पूर्वाग्रह में वृद्धि के साथ हम अपने राज्य भर में ऐसे मामले देख रहे हैं, विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय में। इस समय न्यू जर्सी में कई लोग हैं जो इस हत्या की खबर पर डर या चिंता महसूस कर रहे हैं।”
मस्जिदों को दी सतर्क रहने की सलाह
नेवार्क के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशक फ्रिट्ज फ्रैगे ने कहा कि शरीफ पांच साल तक स्थानीय मस्जिद में स्थानीय इमाम रहे थे। उन्होंने इमाम को अंतरधार्मिक समुदाय के एक नेता के रूप में याद किया गया, जिन्होंने शहर को सुरक्षित रखने के लिए काम किया। उन्होंने कहा, “हम आपका दर्द साझा करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि इस जघन्य अपराध की सजा हो सके।”
देश के सबसे बड़े मुस्लिम नागरिक अधिकार और वकालत संगठन, काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस के न्यू जर्सी चैप्टर ने शरीफ को नेतृत्व और उत्कृष्टता का प्रतीक कहा और कहा कि हालांकि हमलावर के इरादे अज्ञात हैं, समूह सभी मस्जिदों को सलाह दे रहा है कि सतर्क रहें।