पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का कहना है कि भारत के साथ कश्मीर मुद्दा सुलझाने में अमेरिका ‘‘बेहद महत्वपूर्ण भूमिका’’ निभा सकता है। उन्होंने इस मामले में ट्रम्प प्रशासन की ओर से अग्रसक्रिय भूमिका निभाए जाने की आशा जतायी। सरकारी संवाद समिति एसोसिएटेड प्रेस आॅफ पाकिस्तान के अनुसार, शरीफ का कहना है, ‘‘कश्मीर के संबंध में, अमेरिका बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जो उसने अभी तक किया नहीं है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका सहित पूरी दुनिया को पता है कि इस विवाद के कारण क्षेत्र की शांति एवं स्थिरता को खतरा हो सकता है।उन्होंने कहा, ‘‘हम कश्मीर मुद्दे के हल की दिशा में प्रगति देखना चाहते हैं। यह क्षेत्र में शांति और विकास की राह में सबसे बड़ा अवरोधक है तथा अमेरिका सहित पूरी दुनिया इस सच्चाई से वाकिफ है।’’ कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के प्रस्तावों का हवाला देते हुए शरीफ ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को अपने प्रस्तावों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना चाहिए, क्योंकि ऐसा नहीं होने के कारण उसकी साख पर सवाल उठने लगे हैं।
इस महीने के आरंभ में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा था कि अमेरिका भारत-पाक तनाव को कम करने के प्रयासों में ‘‘अपनी जगह तलाशने की कोशिश’’ करेगा और ‘‘कुछ होने’’ तक का इंतजार नहीं करेगा। इस बयान के साथ ही हेली ने भारत-पाक विवादों में अमेरिका के नहीं पड़ने के पुराने रूख में बदलाव के संकेत दिए।
ट्रम्प प्रशासन में शामिल वरिष्ठ भारतीय अमेरिकी सदस्य हेली ने कहा था, ‘‘यह बिल्कुल सही है कि प्रशासन भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों को लेकर चिंतित है और किसी भी प्रकार के तनाव को कम करना चाहता है।’’हालांकि कुछ ही घंटों बाद भारत ने भारत-पाक मामला सुलझाने में अमेरिकी भूमिका को खारिज कर दिया। जबकि, अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत एजाज अहमद चौधरी ने अमेरिकी पेशकश का स्वागत करते हुए कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने में अमेरिका की कोई भी सकारात्मक भूमिका से क्षेत्र का भला होगा।