अमेरिका के वाशिंगटन में एक नाबालिग युवक पर अपने परिवार के पांच सदस्यों की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। इस गोलीबारी में जिंदा बची 11 साल की बच्ची ने बताया कि उसका भाई गोली चला रहा था लेकिन वह मरने का नाटक करके बच निकली। जब उसका भाई गोलीबारी कर रहा था, बच्ची को उसके हाथ और गर्दन में गोली लगी लेकिन वह मरने का नाटक करके बच निकली। उस दौरान उसका भाई उनके परिवार के सदस्यों की डेड बॉडी को चेक कर रहा था।
लड़की के 15 साल के भाई पर हत्या और हत्या के प्रयास के कई मामलों में आरोप लगाया गया है। लड़की की गवाही के अनुसार, वह गोलियों की आवाज सुनकर जाग गई और एक भयावह दृश्य देखा। उसने अपने पिता और नौ साल के भाई को दालान में खून से लथपथ और बेजान देखा। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी सात वर्षीय बहन, जो अपने बेडरूम से बाहर निकली थी, उसको भी भाई ने कुछ ही देर बाद गोली मार दी।
लड़की ने की हमलावर भाई और हथियार की पहचान
अपनी चोटों के बावजूद लड़की ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने शूटर (अपने बड़े भाई) और हथियार (एक सिल्वर ग्लॉक हैंडगन) जो उनके पिता की थी, दोनों को पहचान लिया। अदालत के दस्तावेजों में कहा गया है कि गर्दन और हाथ में चोट लगने के कारण लड़की ने मृत होने का नाटक किया, जबकि उसका भाई शवों की जांच कर रहा था। जब वह आखिरकार कमरे से बाहर निकल गया, तो वह खिड़की से बचकर पास के एक घर में भाग गई, जहाँ पड़ोसियों ने सुबह 5 बजे के बाद 911 पर डायल किया।
पिता की बंदूक से परिवार के सदस्यों पर चलाई गोली
उससे पहले 15 वर्षीय किशोर ने खुद 911 पर कॉल किया था, जिसमें उसने दावा किया था कि वह बाथरूम में छिपा हुआ था। किशोर ने आरोप लगाया था कि उसके 13 वर्षीय भाई ने खुदकुशी करने से पहले गोली चलाई थी। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, जांचकर्ताओं का मानना है कि आरोपी ने सुनियोजित तरीके से अपने माता-पिता, दो भाइयों और बहन की हत्या की, फिर बचावकर्मियों के पहुंचने पर नाटक किया।
वहीं, हमले में बची 11 साल की बच्ची ने बताया कि उसे भाई-बहनों में केवल आरोपी ही था जो अपने पिता की बंदूक के लिए लॉकबॉक्स का कोड जानता था। मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद लड़की को छुट्टी दे दी गई है और अब वह एक परिवार के सदस्य की देखभाल में है जबकि उसका भाई अदालत के आदेश के तहत हिरासत में है। आरोपी भाई के अपनी जीवित बहन से संपर्क करने पर रोक लगा दी गई है। अभियोक्ता मामले को एडल्ट कोर्ट में ट्रांसफर करने पर जोर दे रहे हैं, जहां दोषी पाए जाने पर उसे आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।