चीन की सेना ने रविवार को बताया कि उसने साथ चाइना सी की ओर हवाई और समुद्री गश्त की है और दक्षिण चीन सागर को टकराव पैदा करने वाली सभी गतिविधियां फिलहाल उसके ही नियंत्रण में हैं। चीन के इस बयान को अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा किए गए एलान के रिएक्शन के तौर देका जा रहा है, क्योंकि अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों के साथ यहां साउथ चाइना सी पर नेवल अभ्यास करने का एलान कर रखा है।
बता दें कि अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस के रक्षा प्रमुखों ने शनिवार को घोषणा की थी कि वे कानून के शासन की रक्षा के लिए क्षेत्र में नेवल और हवाई स्तर पर जॉइंट अभ्यास करेंगे। बता दें कि साथ चाइना सी चीन का एक प्रमुख शिपिंग रूट रहा है, जिसको लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। बता दें कि फिलीपिींस के साथ इस क्षेत्र में टकराव पिछले साल से कुछ ज्यादा ही तेज हो गई है।
बता दें कि अमेरिका ने फिलीपींस को अपना समर्थन दिखाने और चीन पर इस क्षेत्र में लगाम लगाने के लिए जॉइंट ऑपरेशन का एलान किया है। इस जॉइंट ऑपरेशन में अमेरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया जापान और फिलीपींस भी शामिल होंगे।
चीन ने बिना नाम लिए दिया जवाब
इस मामले में चीन का कहना है कि अमेरिका विवादों में दखल देने से क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है। चीनी सेना के दक्षिणी थिएटर कमांड के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है कि उसने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और “दक्षिण चीन सागर को बाधित करने और हॉटस्पॉट बनाने वाली सभी सैन्य गतिविधियों पर अपना कंट्रोल स्थापित कर दिया है। सेना के इस बयान में अमेरिका या जॉइंट अभ्यास का जिक्र नहीं किया गया लेकिन निशाना उसी की तरफ है।
इसी तरह अमेरिका और उसके सहयोगियों ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस ने अपने बयान में चीन का उल्लेख तो नहीं किया लेकिन चारों ही देशों ने अपने रुख की पुष्टि की वे 2016 के मध्यस्थता के फैसले पर अडिग हैं, जिस फैसले में दक्षिण चीन सागर में चीन के व्यापक दावों को अमान्य करार दिया गया था।
यह भी माना जा रहा है कि इस हफ्ते जब राष्ट्रपति जो बाइडन व्हाइट हाउस में फिलीपीन और जापान के राष्ट्रप्रमुखों के साथ बैठक करेंगे, तो साउथ चाइना का मुद्दा काफी अहम होगा।