पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी बुशरा बीबी को आज अल कादिर ट्रस्ट मामले में लाहौर हाईकोर्ट में पेश किया गया। हाईकोर्ट ने बुशरा बीबी को 23 मई तक जमानत दे दी है। लाहौर हाईकोर्ट में अभी इमरान खान की जमानत पर फैसला आना बाकी है। इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट केस में एनएबी ने 9 मई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पाकिस्तान में जमकर बवाल हुआ था। सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में इमरान खान को जमानत मिल गई थी।

चीफ जस्टिस के खिलाफ आएगा प्रस्ताव

पाकिस्तान में इमरान सरकार की रिहाई के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। अब पाक सरकार संसद में निंदा प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। चीफ जस्टिस के इमरान खान को रिहा करने के बाद यह फैसला लिया गया है। इतना ही नहीं सरकार ने चीफ जस्टिस को हटाने के लिए एक कमेटी बनाने को भी मंजूरी दे दी है।

अल कादिर ट्रस्ट मामला क्या है?

इमरान खान ने अल कादिर नाम से एक ट्रस्ट का 26 दिसंबर 2019 को रजिस्ट्रेशन कराया था। इस ट्रस्ट में सिर्फ दो टस्ट्री हैं, एक इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और दूसरे खुद इमरान खान। प्रधानमंत्री रहते हुए इमरान खान ने अल कादिर यूनिवर्सिटी में बनवाई थी, जिसके लिए पाकिस्तान के रईस और बहरिया टाउन के सीआईओ मलिक रियाज़ ने ट्रस्ट के जरिए जमीन दान दिया था। इमरान खान पर आरोप है उन्होंने अपनी पत्नी के साथ रियाज को डरा धमका कर जमीन ली थी। इस मामले की जांच नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरौ (नैब) कर रहा है।