Britain Queen Elizabeth II Death: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार (8 सितंबर 2022) को निधन हो गया। वह पिछले कुछ वक्त से बीमार थीं। 96 साल की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय फिलहाल स्टॉकलैंड के बाल्मोरल कासल में थीं, वहीं पर उनका निधन हुआ। महारानी की मौत के बाद उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के सम्राट होंगे।
ब्रिटेन की महारानी ने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में अंतिम सांस ली। शाही परिवार भी वहां पहुंच गया है। बकिंघम पैलेस ने क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन की घोषणा कर दी है। एलिजाबेथ ब्रिटेन की सबसे लंबे समय तक रही मोनार्क हैं। 96 साल की क्वीन एलिजाबेथ सत्तर साल तक ब्रिटेन की सम्राट रहीं। एलिजाबेथ साल 1952 में ब्रिटेन की महारानी बनीं थीं और सोलह महीने बाद जून 1953 में उनकी ताजपोशी हुई थी। इसके बाद उनके सबसे बड़े बेटे 73 साल के प्रिंस चार्ल्स, सदियों के प्रोटोकॉल के अनुसार अब राजा बन गए हैं।
अब चार्ल्स ब्रिटेन के किंग: महारानी की मृत्यु के बाद सिंहासन अब बिना किसी समारोह के उनके वारिस प्रिंस चार्ल्स के पास चला गया। हालांकि, उससे पहले कई परंपराओं का पालन करने के बाद उन्हें किंग का ताज पहनाया जाएगा। सबसे पहले उन्हें यह तय करना है कि वह किंग चार्ल्स III के रूप में शासन करेंगे या फिर उन्हें कोई दूसरा नाम लेना है। प्रिंस चार्ल्स का राज्याभिषेक एक निश्चित तिथि पर परंपरा और अनुष्ठान क साथ उसी ऐतिहासिक परिवेश में होगा जैसा कि सदियों से होता आया है। महारानी के निधन के 24 घंटों के भीतर लंदन स्थित सेंट जेम्स पैलेस में एक सेरेमोनियल बॉडी के बीच चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर राजा घोषित किया जाएगा। इसमें वरिष्ठ सांसद, सीनियर सिविल सर्वेंट्स, कॉमनवेल्थ हाई कमिश्नर और लंदन के लॉर्ड मेयर शामिल होंगे।
प्रिंस विलियम सिंहासन के उत्तराधिकारी हैं, लेकिन प्रिंस विलियम तुरंत वेल्स के राजकुमार नहीं बनेंगे। हालांकि, उन्हें तुरंत अपने पिता की दूसरी उपाधि ‘ड्यूक ऑफ कॉर्नवाल’ मिलेगी और उनकी पत्नी कैथरीन को ‘डचेस ऑफ कॉर्नवाल’ के नाम से जाना जाएगा। प्रिंस चार्ल्स की पत्नी को ‘क्वीन कंसोर्ट’ के नाम से भी जाना जाएगा। कंसोर्ट शब्द सम्राट के पति या पत्नी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कैम्ब्रिज में ली बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री: 14 नवंबर 1948 को जन्मे प्रिंस चार्ल्स कई मायनों में ब्रिटिश सिंहासन के पहले आधुनिक उत्तराधिकारी हैं। उन्हें महल में निजी तौर पर पढ़ाने के बजाय स्कूल भेजा गया था। चार्ल्स ने 7 नवंबर 1956 को वेस्ट लंदन के हिल हाउस स्कूल से अपनी पढ़ाई की शुरुआत की। इसके बाद चार्ल्स ने चिम प्रिपरेटरी स्कूल में एडमिशन लिया। इसी स्कूल में चार्ल्स के पिता भी पढ़ चुके थे। चार्ल्स ने अपनी स्कूलिंग स्कॉटलैंड के गोर्डोंसटाउन में पूरी की।
स्कूल के फाउंडर और प्रेसिडेंट स्टुवर्ट टाउनेंड ने उन्हें प्रिंस की तरह नहीं, बल्कि आम स्टूडेंट्स की तरह पढ़ाया। स्टुवर्ट ने क्वीन एलिजाबेथ को सलाह दी कि वो चार्ल्स को फुटबाल में ट्रेनिंग दिलवाएं। 2 अगस्त 1975 को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से चार्ल्स को मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री मिली। प्रिंस ने रॉयल एयर फोर्स और रॉयल नेवी दोनों में सेवा की है। 1970 के दशक के दौरान उन्हें कई युद्धपोतों पर तैनात किया गया।
गाड़ियों का है शौक: प्रिंस चार्ल्स के शौक हमेशा से सुर्खियों में रहे हैं। उन्हें गाड़ियों का काफी शौक है। उनके पास गाड़ियों का एक बेहतरीन कलेक्शन भी है। प्रिंस एक पर्यावरण प्रेमी भी हैं। उनकी एस्टन मार्टिन कार पेट्रोल या डीजल से नहीं बल्कि वाइन से चलती है। एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग के दौरान चार्ल्स ने ये भी खुलासा किया था कि उनकी शाही ट्रेन भी कुकिंग ऑयल से चलती है।