अफगानिस्तान के काबुल में गुरुवार को विस्फोट हुआ था। चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच आत्मघाती हमलावर आ पहुंचा। हालात और भयावह होते, उससे पहले एक बहादुर पुलिस वाला वहां आ पहुंचा। पुलिस वाले ने नागरिकों की जान बचाने के लिए उसे कस कर गले लगा लिया। हमलावर ने इसके बाद विस्फोट से खुद को उड़ा लिया, जिसमें उसकी भी जान चली गई। हादसे में 14 लोगों की मौत हुई और 18 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। अच्छी बात यह रही कि पुलिस वाले की जांबाजी के चलते विस्फोट में ज्यादा जानें नहीं गईं। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, सैयद बसम पाशा और उनके कुछ साथी काबुल में एक हॉल के बाहर मुस्तैद थे। वहां कई नागरिक और मेहमान भी मौजूद थे। अचानक वहां पर आत्मघाती हमलावर आ पहुंचा। पाशा हमलावर को देखते ही चिल्लाए, जिसके बाद वह वहां से भागने लगा। पाशा ने फौरन उसे रोका और कस कर पकड़ लिया। जैसे ही उसे लगा कि वह नहीं बच पाएगा, उसने अपने आप को कोट में लगे विस्फोटक से उड़ा लिया।
Sayed Basam Pacha, a police officer who lost his life in today’s #Kabulblast pic.twitter.com/l6hTufUjns
— jawidomid (@jawidomid) November 16, 2017
पुलिस प्रवक्ता बशीर मुजाहद ने बताया कि विस्फोट में 14 लोगों की जान गई, जिसमें पाशा के अलावा सात पुलिस वाले और छह नागरिक शामिल थे। आत्मघाती हमले में 18 लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें सात पुलिस वाले और 11 नागरिक थे।
बहादुर पुलिसवाले के बारे में मुजाहद ने आगे कहा कि वह हीरो थे। उन्होंने कई जानें बचाईं। आत्मघाती हमले में जान लुटाने वाले पुलिसवाले हीरो हैं, लेकिन पाशा उनमें खास हैं। अगर हमलावर गेट के आगे बढ़ गया होगा, तो क्या होता, यह सोचा भी नहीं जा सकता। आधिकारिक न्यूज एजेंसी ‘अमाक’ के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
