तालिबान की आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने वाले पूर्वी लंदन के एक शख्स को 7 साल की सजा सुनाई गई है। उसपर आरोप है कि उसने हाईटेक राइफल के पुर्जे पाकिस्तान भेजे थे। ब्रिटेन की एक अदालत मंगलवार को यह फैसला सुनाया। 41 साल के मुहम्मद चौधरी नाम के शख्स को पहले भी आतंकी गतिविधियों के लिए पैसों के लेनदेन से जुड़े मामले में दोषी ठहराया गया था। वह फिलहाल जेल में था और उसे एक साल की सजा और काटनी थी। 

क्या है पूरा मामला? 

मेट पुलिस के जासूसों ने यह जानकारी जुटाई थी कि मुहम्मद चौधरी ने 2017 और 2018 में कई मौकों पर पाकिस्तान को थर्मल इमेजिंग नाइट विजन राइफल स्कोप भेजे थे। उसने स्वीकार किया है कि यह जिसने उस समय अफगानिस्तान में तत्कालीन सरकार के खिलाफ तालिबान की मदद के लिए भेजे गए थे। 

मेट पुलिस की काउंटर टेररिज्म टीम के हेड गैरेथ रीस ने कहा कि यह मामला इस बात का एक प्रमुख उदाहरण है कि आतंकवादी गतिविधि किस तरह जगह बनाती है, यह दर्शाता है कि हम ब्रिटेन में ऐसे किसी भी व्यक्ति की जांच करेंगे जो इस तरह की एक्टिविटी में शामिल है या इसका समर्थन करता है।

उन्होंने कहा, “यह एक अनूठा मामला था, जिसमें सरकारी सहकर्मियों ने संभावित आतंकवादी-संबंधी गतिविधि की पहचान की और हमारे साथ जानकारी साझा की। आतंकवाद निरोधी कमान के अधिकारियों द्वारा की गई आगे की जांच के परिणामस्वरूप चौधरी को विभिन्न आतंकवाद अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया और जेल भेजा गया है।” जनवरी 2018 में हीथ्रो हवाई अड्डे पर राइफल स्कोप की जब्ती के बाद चौधरी पहली बार एचएमआरसी के ध्यान में आया था।

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चौधरी पर पहले भी यू.के. के सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क प्रबंधन अधिनियम (1979) के तहत 23 अपराधों का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद कोर्ट ने कार्रवाई करते हुए कार्रवाई की थी। अब ब्रिटेन की एक अदालत ने चौधरी को साल के कारावास की सजा सुनाई है और यह मामला चलाने का आदेश दिया है।