इस्तांबुल में मौजूद एक हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक में बीमार पड़ने के बाद तुर्की में एक ब्रिटिश व्यक्ति की मौत हो गई। क्लिनिक ने जानकारी देते हुए बताया कि मिल्टन कीन्स के मार्टिन लैचमैन डॉ. सिनिक क्लिनिक में प्रोसेस की तैयारी के दौरान बीमार पड़ गए और उसी दिन उनकी मृत्यु हो गई। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
लैचमैन पहले 16 साल तक टीचर रहे थे और हाल ही में डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर की नौकरी शुरू की थी। उनके परिवार ने बताया कि वह दूसरी बार हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए तुर्की गए थे। इस हेयर ट्रांसप्लांट का कुल खर्च करीब 1.73 लाख रुपये था। पिछली गर्मियों में भी उन्होंने इसी क्लिनिक में यह करवाया था। क्लिनिक ने अपने बयान में कहा, ‘दूसरे ऑपरेशन से पहले, सभी टेस्ट पूरी तरह से और बिना किसी चूक के किए गए थे, जैसा कि पहले प्रोसेस के दौरान किया गया था।’
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हेयर ट्रांसप्लांट प्रोसेस से पहले किए गए थे सभी टेस्ट
साथ ही बयान में कहा गया, ‘ये टेस्ट एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट की देखरेख में किए गए थे और पेसेंट को सर्जरी के लिए मंजूरी दे दी गई थी। हालांकि, हेयर ट्रांसप्लांट प्रोसेस शुरू होने से पहले और तैयारी के आखिरी फेज में पेसेंट को अस्वस्थ हो गया। इसकी वजह अभी तक साफ नहीं है।’ क्लिनिक की तरफ से सभी इमरजेंसी सेवाएं भी दी गईं और लैचमैन को इलाज के लिए पास के एक हॉस्पिटल में भेजा गया। बयान में कहा गया कि पूरे दिन इलाज जारी रहा था और फिर उसी शाम को उसका निधन हो गया।
यह सब प्रोसेस शुरू होने से पहले हुआ था- क्लिनिक
डॉ. सिनिक क्लिनिक ने यह भी कहा कि लैचमैन के हेयर ट्रांसप्लांट प्रोसेस के दौरान ऑपरेशन रोकने की खबरें बिल्कुल गलत थीं। क्लिनिक ने कहा, ‘यह घटना हेयर ट्रांसप्लांट प्रोसेस शुरू होने से पहले हुई था।’ लैचमैन का शव ब्रिटेन वापस भेज दिया गया है। विदेश कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम तुर्की में मारे गए ब्रिटिश व्यक्ति के परिवार की मदद कर रहे हैं और स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।’ सिनिक क्लिनिक ने बताया कि उसने 70,000 से ज्यादा हेयर ट्रांसप्लांट किए हैं। क्लिनिक ने कहा कि लैचमैन के मामले से जुड़े सभी मेडिकल रिकॉर्ड अधिकारियों के साथ शेयर कर दिए गए हैं। विदेश मंत्रालय की एर्दोगन के देश को नसीहत