इंडोनेशिया में स्कूल के मलबे में 91 छात्रों के अब भी दबे होने की आशंका है। इंडोनेशिया के सिदोअर्जो में एक स्कूल की इमारत ढहने की घटना के दो दिन बाद भी कम से कम 91 छात्रों के मलबे में दबे होने की आशंका है। अधिकारियों ने उपस्थिति रिकॉर्ड और लापता छात्रों के चिंतित परिवारों की रिपोर्ट की समीक्षा के बाद बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि 300 से अधिक बचावकर्मी बुधवार सुबह भी मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटे रहे।

अधिकारियों ने बताया कि सिदोअर्जो के ईस्ट जावा कस्बे में इस्लामिक स्कूल ‘अल खोजिनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल’ की इमारत ढहने की सूचना मिलने के बाद बचावकर्मी, पुलिस एवं सैन्यकर्मी पिछले दो दिन से राहत एवं बचावकार्य में जुटे हैं। स्कूल की इमारत करीब 100 साल पुरानी थी और उसमें अनधिकृत निर्माण कार्य हो रहा था। इमारत उस वक्त ढह गई जब बोर्डिंग स्कूल के एक कक्ष में छात्र दोपहर की नमाज अदा कर रहे थे। हादसे का शिकार हुए लोगों में ज्यादातर किशोर छात्र थे। कम से कम तीन छात्रों की मौत की पुष्टि हुई है और 100 अन्य घायल हुए हैं। कई के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।

Indonesia: हादसे में 100 से ज्यादा छात्र घायल हुए हैं

बचावकर्मियों को इस दौरान और शव भी दिखे, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। उन्होंने बताया कि घटना होने के दो दिन से भी अधिक समय बाद भी मंगलवार को छात्रों को बाहर निकालने के प्रयास जारी रहे और बचावकर्मियों ने छात्रों तक ऑक्सीजन, पानी पहुंचाया। बचावकर्मियों ने इलाके में मौजूद सभी लोगों से इमारत से दूर रहने की अपील की जिनमें घटनास्थल के पास खड़ी 12 से अधिक एंबुलेंस भी शामिल थीं। घटना के बारे में सुनकर परेशान परिजन अस्पताल या घटनास्थल के पास पहुंचे। मंगलवार सुबह स्कूल परिसर में लगे एक नोटिस में 65 छात्रों के लापता होने की सूचना दी गई थी।

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इमारत के जर्जर ढांचे के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही

खोज एवं बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे एक बचाव अधिकारी नानंग सिगिट ने बताया कि कंक्रीट के भारी मलबे और इमारत के जर्जर ढांचे के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। भारी उपकरण उपलब्ध हैं लेकिन इस आशंका के कारण उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा कि कहीं इससे इमारत और न ढह जाए। सिगिट ने कहा कि बचावकार्य में सैकड़ों बचावकर्मी जुटे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम मलबे के अंदर अब भी फंसे छात्रों को ऑक्सीजन और पानी पहुंचा रहे हैं ताकि वे जिंदा रह सकें। हम उन्हें निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

(इनपुट-एपी)