बांग्लादेश में किताब के जरिए धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में 73 साल के एक प्रकाशक को गिरफ्तार किया गया है। प्रकाशक की इस किताब को इस्लामी कट्टरपंथियों ने अपमानजनक करार दिया है और हिंसा की चेतावनी दी है।

प्रकाशक शम्सुज्जोहा मानिक को सोमवार रात गिरफ्तार किया गया। उससे कुछ घंटे पहले बांग्ला अकादमी ने पुस्तक मेले में इस्लामियोंं के हमले की डर से अपना अस्थायी पुस्तक स्टॉल बंद कर दिया था। मानिक का ‘बा द्वीप प्रकाशन’ का यह बंद स्टॉल पुलिस की कड़ी निगरानी में है। इसे सरकारी बांग्ला अकादमी के परिसर में महीने भर के एकुशे पुस्तक मेले में लगाया गया था।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा-‘हमने उन पर ‘इस्लाम बितोरको’ (इस्लाम पर बहस) नामक पुस्तक का प्रकाशन कर लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है। इस पुस्तक में इस्लाम के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां हैं। हमने पुस्तक जब्त भी कर ली है।’ उन्होंने बताया कि पुस्तक बाजार में आने के बाद कई लोगों से पुलिस को शिकायतें मिलीं। इसके बाद मानिक और उनके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

खिलाफत आंदोलन नामक एक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन ने 24 घंटे के अंदर मानिक को नहीं गिरफ्तार किए जाने पर पुस्तक मेले पर हमला करने की चेतावनी दी थी जिसके बाद पुलिस को कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी हो जाने की आशंका हो गई थी। मानिक की गिरफ्तारी ऐसी समय में हुई है जब कई नास्तिक ब्लॉगर, लेखक और प्रकाशक बांग्लादेश में हिंसा का सामना कर रहे हैं।