अभी कुलभूषण जाधव का मामला थमा भी नहीं था कि इस्लामाबाद की एक अदालत ने सनी देओल पर गाज गिरा दी। बिना पासपोर्ट के दाखिल होने के आरोप में जज ने उन्हें तलब कर लिया। उन्हें सात दिन के भीतर हाजिर होने के लिए कहा गया है और पूछा है कि उनके खिलाफ क्यों ना जासूसी का मामला चलाया जाए। कोर्ट ने एक पाकिस्तानी नेता की शिकायत पर आपात कार्रवाई की है। दरअसल कल पाकिस्तान के टीवी चैनल पर गदर फिल्म चल रही थी। फिल्म के एक सीन में सनी बिना पासपोर्ट के पाकिस्तान में दाखिल हो जाते हैं। यह देखकर पाकिस्तानी के एक बड़े नेता को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने उसी वक्त अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला कर लिया। उनकी जिद देखकर जज ने रात के 1 बजे अदालत लगाई। कोर्ट ने आदेश दिया कि सात दिनों के अंदर सनी को हाजिर किया जाए। साथ ही, ये भी साफ किया की इस बार उन्हें वैध विजा के साथ ही लाया जाए।

पाकिस्तानी में सनी देओल पर कई आरोप लगाए गए हैं। इनमें पाकिस्तान से भारत फोन पर बात करके पैसे ना चुकाने, पाकिस्तान की 116 रुपये की प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाने, चलती ट्रेन से बिना हेलमेट पहने उतरने, बिना सुर के गाना गाने जैसे आरोप शामिल हैं। कोर्ट ने उन पर पाकिस्तानी में पानी की किलत्त पैदा करने का आरोप भी लगाया है। वकीलों का कहना है कि आज पाकिस्तान में अगर पानी की कमी है तो उसके लिए सनी जिम्मेदार हैं। क्योंकि उन्होंने पानी का हैंडपंप उखाड़ लिया।

पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी के नेता ने कहा कि पाकिस्तान में पानी की कमी की वजह भारत का ये अभिनेता है, इसके बावजूद हिंदुस्तान के नेता चिनाब का पूरा पानी नहीं देते। तब कोर्ट ने कहा कि आप भी अपनी बात सनी तक ही सीमित रखें, नेताओं को बीच में मत घसीटिये। इसके बाद नेता ने पाकिस्तानी कोर्ट में सनी पर ध्वनि प्रदूषण फैलाने का आरोप भी जड़ दिया। उन्होंने कहा कि सनी ने पाकिस्तान में काफी तेज आवाज में बात की। सनी की आवाज से कई लोग बहरे भी हो गए। इतना तेज तो यहां के शेर भी नहीं दहाड़ते।

पाकिस्तान में आधी रात को हुए इस घटनाक्रम की खबर सुबह जब भारत में लोगों तक पहुंची तो पूरे देश में आक्रोश की लहर फैल गई। सनी के पापा धर्मेन्द्र तो इतने गुस्सा हो गए की कहने लगे, ”अभी धरती पर कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ जो सनी को यहां से ले जा सके। मैं ऐसी हिमाकत करने वालों का खून पी जाऊंगा। तब उन्हें किसी ने समझाया कि यह हिंसा होगी और इसके लिए भारत में ही उन पर मुकद्मा चल सकता है। यह सुनकर धर्मेन्द्र थोड़े शांत हुए और सन्नी को समझाने के लिए पहुंच गए।

(यह खबर आपको हंसने-हंसाने के लिए कोरी कल्‍पना के आधार पर लिखी गई है। इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है इसे सीरियसली नहीं लें।)