Jyotish Shastra Brahspati Remedies : ज्योतिष शास्त्र में यह बताया जाता है कि बृहस्पति ग्रह हमारे जीवन को प्रभावित करता है। इस ग्रह के माध्यम से किसी व्यक्ति की सेहत और तंदुरुस्ती को प्रभावित किया जा सकता है। कहते हैं कि जिस की कुंडली में बृहस्पति निचली स्थिति में होता है उसे शारीरिक रूप से परेशानियां झेलनी पड़ती है। जबकि जिस की कुंडली में बृहस्पति ग्रह उच्च स्थिति में होता है वह तंदुरुस्त रहता है। इसलिए हर किसी को सेहत बनाए रखने के लिए ज्योतिष के उपायों का सहारा लेना चाहिए। विशेष तौर पर अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार है तो उसे यह उपाय जरूर करने चाहिए।

बृहस्पति ग्रह के उपाय (Brahspati Grah Ke Upay)
जो व्यक्ति अपनी कुंडली में बृहस्पति ग्रह को उस स्थिति में लाना चाहता है उसे बृहस्पतिवार के व्रत रखने चाहिए। इस दिन व्रत रखने से भगवान बृहस्पति की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

बृहस्पति ग्रह के उपाय बृहस्पतिवार के दिन करने से ज्यादा फलदायी साबित होते हैं। इसलिए बृहस्पतिवार को भगवान विष्णु की उपासना करें। भगवान विष्णु को बृहस्पति ग्रह का स्वामी माना जाता हैं। साथ ही देव गुरु बृहस्पति की भी पूजा करें।

पीले कपड़ों का दान करें। स्वयं भी अधिक से अधिक पीले वस्त्र पहनें। पुरुष दाहिनीं और महिलाएं बाईं कलाई में पीले रंग का धागा पहनें। संभव हो तो पीला भोजन भी करें। पीला रंग भगवान बृहस्पति देव का है। इसलिए इस रंग से वह प्रसन्न होते हैं।

सुबह उठकर स्नान करने से पहले अपने नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाएं। फिर इस पानी से नहाएं। इस उपाय को सिर्फ बृहस्पतिवार के दिन नहीं बल्कि सब दिन किया जाना चाहिए।केले की जड़ में जल चढ़ाएं। दीपक जलाएं। साथ ही चने की दाल, गुड़ और हल्दी भी चढ़ाएं। केले के पेड़ में भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति का वास माना जाता है। इस उपाय को बहुत प्रभावशाली माना जाता है और यह बहुत सरल भी है। इसलिए इस उपाय को जरूर करना चाहिए।

केले के पेड़ की जड़ को ओम ग्रां ग्रीं ग्रों सः गुरुवे नमः का 108 बार जाप कर पीले रंग के कपड़े में बांधें। फिर इसे पीले रंग के धागे में पिरोकर बृहस्पतिवार के दिन अपने गले में धारण करें। इससे बृहस्पति ग्रह जल्द ही उच्च स्थिति में आ जाते हैं।