हर इंसान आमतौर पर सपने देखता ही है। कुछ सपने डरावने होते हैं तो कुछ सपने हमको सुख- शांति प्रदान करते हैं। लेकिन ये जरूरी नहीं कि जो सपना आपको सुख महसूस कराए लेकिन वह वास्तिवकता में शुभ फल ही प्रदान करें। इसके लिए स्वप्न शास्त्र में सभी सपनों का फल बताया गया है। यहां हम बात करने जा रहे हैं पितरों का सपने में आना। मतलब अगर आपको इस तरह के सपने आते हैं तो समझ लीजिए कि पितृगण आपसे नाराज हैं।

अगर सपने में आएं पितृ बार बार:
अगर आपके सपने में पितृ बार- बार सपने में आ रहे हैं तो समझ लीजिए यह एक अशुभ संकेत है। समझिए पितृ आपसे कुछ कहने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए पितृ पक्ष में पिंड दान करना चाहिए। साथ ही तर्पण भी करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी आत्मा को शांति मिलेगी और वह आपको आशीर्वाद प्रदान करेंगे।

पितरों को किसी मुसीबत या कष्ट में देखना:
सपने में देह त्याग चुके लोगों को कष्ट में देखना या भोजन- पानी मांगना शुभ नहीं माना जाता। इससे समझ लीजिए पितृ आपके नाराज हैं। इसलिए आपको घर में गीता का पाठ या रामायण करानी चाहिए। जिससे उनकी आत्मा को शांति मिल सके। साथ ही जिस तिथि पर उनकी मृत्यु हुई है उस तिथि पर ब्राह्राण भोज कराने चाहिए।

पितरों को रोते हुए देखना:
अगर सपने में पितरों को होते हुए देखते हैं तो यह एक शुभ संकेत नहीं है। इसका मतलब है उसकी जो इच्छाएं थी वो अभी पूरी नहीं हुई हैं और उनको मोक्ष नहीं मिला है। इसलिए उनके नाम से दान और ब्राह्राण भोज कराने चाहिए। जिससे उन्हें मुक्ति मिल सके।

क्रोधित पितर दिखें तो: 
माना जाता है कि इस तरह के सपने शुभ नहीं होते हैं, पितरों को गुस्सा करते हुए देखने का अर्थ होता है कि उस व्यक्ति के पितर उससे खुश नहीं हैं। अधिकतर मामलों में ये सपने उन्हीं लोगों को आते हैं, जो पितृदोष से पीड़ित होते हैं। इसलिए कुंडली में भी पितृ दोष की जांच करानी चाहिए और भी उपाय करने चाहिए।

सपने में कोए का चोंच मारना:
गरुड़ पुराण के अनुसार कौए का संबंध मृत्यु के देवता यमराज से माना गया है। कौआ अगर सपने में चोंच मारता दिखाई दे रहा है तो कुछ अनहोनी का सूचक है। ऐसे में सपने में कौए का चोंच मारते देखना सही नहीं है। इसका मतलब है कि पितर आपसे नाराज चल रहे हैं और उनको आपकी किसी बात से कष्ट पहुंच रहा है। इसलिए पितृपक्ष पर तर्पण या नांदी श्राद्ध भी कर सकते हैं। जिससे उन्हें शांति मिल सके।