Jaundice Disease : स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जब लोगों के शरीर में ब्लड में बिलीरुबिन का स्तर काफी बढ़ जाता है तो लोगों को पीलिया यानी जॉन्डिस की बीमारी हो जाती है। बिलीरुबिन के अत्यधिक उत्पादन के कारण त्वचा, नाखून और आंखों का सफेद भाग पीला पड़ जाता है। पीलिया से पीड़ित मरीजों में पेशाब का रंग भी पीला पड़ जाता है। नवजात शिशुओं में ये समस्या अधिकतर देखी जाती है लेकिन वयस्क भी इसके शिकार हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि दूषित खाना खाने और गंदा पानी पीने से लोगों को ये बीमारी हो सकती है।

क्या हैं जॉन्डिस के लक्षण: पीलिया होने पर लोगों की त्वचा, आंखें और नाखून का सफेद हिस्सा तेजी से पीला होने लगता है। इसके अलावा, वजन घटना, अत्यधिक थकान, भूख की कमी, बुखार और हाथों में खुजली होना पीलिया के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, पेट में दर्द, खाना पचाने में मुश्किल, फ्लू और उल्टी होने पर भी डॉक्टर को दिखाना चाहिए। उल्टी और दस्त होने लगे, 100 डिग्री से ज़्यादा बुखार हो, गहरे पीले रंग का पेशाब हो – यह सब लक्षण जॉन्डिस के हैं।

क्यों है खतरनाक: आमतौर पर समय रहते अगर पीलिया की पहचान हो जाए तो इस बीमारी को खतरनाक होने से रोका जा सकता है। पीलिया या जॉन्डिस लिवर की एक बीमारी है, ऐसे में इसके कारण लिवर की कार्य क्षमता कमजोर हो जाती है। पीलिया के कारण अन्य लिवर की बीमारियां हो सकती हैं। जॉन्डिस के गंभीर मरीजों में फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर, एक्यूट लिवर फेलियर और क्रोनिक लिवर फेलियर जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं।

डाइट में शामिल करें ये फूड्स: पीलिया से ग्रस्त मरीजों को अपनी डाइट में टमाटर शामिल करना चाहिए। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन-सी होता है। साथ ही, लाइकोपीन पाया जाता है जो जो लिवर के सेल्स को पुनर्जीवित करता है। इसके अलावा, आंवला, नींबू और गाजर का सेवन भी मरीजों के लिए लाभकारी साबित होता है। गन्ने का रस, छाछ, नारियल पानी और गिलोय का रस भी इस परेशानी को कम करने में सहायक होता है।

प्रभावी होंगे ये घरेलू उपाय: मूली के पत्ते पीसकर उसका रस छानकर पीएं, इससे पीलिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, प्याज को बारीक काटकर उसमें पिसी हुई काली मिर्च मिलाएं। फिर नींबू का रस और नमक डालकर सेवन करने से भी लिवर स्वस्थ रहेगा। जॉन्डिस के मरीजों हल्दी का सेवन भी करना चाहिए। एक चम्मच हल्दी को आधे गिलास पानी में मिलाकर रोजाना 2 बार पीयें।