Diabetes Symptoms in Finger Nails: मधुमेह के रोगियों का जीवन आसान नहीं होता है, उन्हें अक्सर अपने स्वास्थ्य पर नजर रखनी पड़ती है, खासकर यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं उनके शरीर में ब्लड शुगर का लेवल तो नहीं बढ़ गया है।

शरीर से कई इशारे खराब सेहत की ओर इशारा करते हैं, जिन्हें सही समय पर पहचानना बेहद जरूरी है; नहीं तो और भी कई बीमारियों का खतरा रहता है। ऐसा माना जाता है कि मधुमेह के लक्षण हमारे नाखूनों से ही मिलते हैं। क्या मधुमेह में ग्लूकोज के स्तर में वृद्धि का संबंध हमारे हाथों के नाखूनों से है? आइए इस बारे में विस्तार से बताते हैं-

डायबिटीज में किन-किन कारणों से हो सकती है नाखूनों में समस्या?

अगर नाखूनों का रंग बिना किसी कारण के पीला होने लगे तो यह फंगस के कारण हो सकता है। सुनिश्चित करें कि नाखून को चोट नहीं लगी है या नाखून पर नेल पेंट लगाया गया है। कई बार चोट या नेल पेंट की वजह से भी नाखून में पीलेपन की समस्या हो सकती है। वहीं, कभी-कभी या दुर्लभ मामलों में येलो नेल सिंड्रोम (Yellow nail syndrome) भी नाखूनों के पीले होने का कारण बनता है। पीले नाखून सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित लोगों के शरीर में लिम्पेडेमा (Lymphedema) या सूजन भी हो सकती है।

कभी-कभी येलो नेल सिंड्रोम फेफड़ों में मौजूद तरल पदार्थ के कारण भी हो सकता है। मधुमेह में नाखून पीले (Diabetes making yellow nails) होने या नाखून कमजोर होने की समस्या देखी जा सकती है। इसके अलावा नाखूनों के पीले होने के निम्नलिखित कारण भी हो सकते हैं।

  • ब्रोंकाइटिस (Bronchiectasis) की समस्या
  • लंग इंफेक्शन (Lung infections) का होना
  • नेल पॉलिश का अत्यधिक इस्तेमाल
  • जॉन्डिस (Jaundice) की समस्या
  • थायरॉइड (Thyroid) की समस्या

इसके अलावा अगर आप अपने पैरों के नाखूनों में फंगल इंफेक्शन देखते हैं, तो आपको डायबिटीज होने का खतरा है। इस दौरान पैर के अंगूठे के नाखून का रंग बदल जाता है। नाखून काले हो सकते हैं। इसके अलावा ये टेढ़े भी हो सकते हैं। जान लें कि चोट लगने से नाखून में फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है।

पैरों में दर्द और सूजन

अगर आपके पैर सूज गए हैं और अक्सर दर्द होता है। अगर पैर बार-बार सुन्न हो जाए तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। यह मधुमेह का संकेत हो सकता है।

पैरों में अल्सर की समस्या

अगर आपके पैरों की त्वचा कटने लगी है और किसी प्रकार का अगर गहरा घाव है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। इसे फुट अल्सर की समस्या कहते हैं। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो समय से अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करवाएं।

मधुमेह के मरीज (Diabetes patients) इस तरह रखें अपने पैरों का ख्याल!

मधुमेह के रोगी को अपने पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि तंत्रिका क्षति के कारण मधुमेह रोगी की समस्या बढ़ सकती है। तो निम्न बातों का ध्यान रखें-

  • पौष्टिक आहार (Healthy diet) का सेवन
  • रेग्यूलर एक्सरसाइज (Exercise) की प्रैक्टिस
  • ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) की नियमित जांच
  • डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड दवा (Medications) का सेवन