Uric Acid Causes: मोटापा कई बीमारियों को बुलावा देता है इसलिए लोग अपने वजन को नियंत्रित रखना चाहते हैं। अधिक वजन होने से लोग मोटापे का शिकार होते हैं जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को भी मोटापा प्रभावित करता है।
बता दें कि यूरिक एसिड का बढ़ना कई शारीरिक समस्याओं का कारण बनता है। इससे गाउट बीमारी जो गठिया का एक प्रकार है वो भी हो सकती है। वहीं, ज्यादा यूरिक एसिड से किडनी पर भी असर पड़ता है। आइए जानते हैं किन दूसरे कारणों से बढ़ जाता है यूरिक एसिड और किन फूड्स के सेवन से परहेज करना चाहिए –
क्या है मोटापा और यूरिक एसिड में संबंध: अधिक मोटे लोगों में दूसरों की तुलना में यूरिक एसिड ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मोटे लोगों की किडनी कमजोर होती है जिससे वो सुचारू रूप से कार्य करने में असमर्थ हो जाती है। इसके कारण फिल्टर नहीं हो पाता है और यूरिक एसिड पेशाब के जरिये बाहर नहीं निकल पाता है।
वहीं, बेली फैट की वजह से शरीर में इंफ्लेमेट्री केमिकल्स अधिक मात्रा में रिलीज होते हैं जिससे गठिया का खतरा अधिक होता है। साथ ही, मोटापा शरीर में कई हार्मोनल बदलाव लाता है जिससे यूरिक एसिड की अधिकता हो जाती है।
किन दूसरे कारणों से बढ़ जाता है यूरिक एसिड: कई बार खराब जीवनशैली, धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन भी शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाता है। इसके अलावा, जिन लोगों को किडनी, दिल, शुगर या कैंसर की बीमारी होती है, उनके शरीर में भी यूरिक एसिड ज्यादा पाया जा सकता है। वहीं, कुछ दवाइयों के प्रभाव से भी इसके स्तर में इजाफा होता है। साथ ही, आपके आहर में अगर प्यूरीन नामक प्रोटीन की मात्रा ज्यादा है तो इससे शरीर में मौजूद यूरिक एसिड पर भी असर पड़ेगा और परेशानियां बढ़ने लगेंगी।
किन फूड्स को खाने से बचें: रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा और पनीर जैसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। साथ ही, फुल फैट मिल्क, दही खाने से भी नुकसान हो सकता है। वहीं, मटर, सूखे बीन्स, मशरूम, गोभी, टमाटर, पनीर, भिंडी में प्यूरीन मौजूद होता है।
