Tips for Heart Patients: भारत में हृदय रोग बहुत आम है जिसका एक कारण असंतुलित ब्लड प्रेशर को भी माना जाता है। ब्लड प्रेशर का हाई और लो होना, दोनों ही खतरनाक है। इस कोरोना काल में पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हाई बीपी के मरीजों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ‘मेडिकल एक्सप्रेस’ की एक खबर के अनुसार भारत में हर 5 में से 1 व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का शिकार है। ब्लड प्रेशर बढ़े रहने से दिल की कई बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। यहां तक कि दूसरों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी अधिक होती है। ऐसे में उच्च रक्तचाप की समस्या को लोगों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उच्च रक्तचाप को काबू में रखने के लिए दूध का सेवन भी जरूरी है।

दूध को ग्लोबल फूड की पहचान दिलाने के लिए हर साल 1 जून को वर्ल्ड मिल्क डे के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दूध पर ध्यान केंद्रित करने और एक स्वस्थ आहार में दूध के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है, इसके अलावा डेयरी क्षेत्र की उपलब्धियों का भी इस दिन सेलिब्रेट किया जाता है। दूध में फैट, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और प्रोटीन जैसे मानव शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व शामिल हैं। कई अध्ययनों के अनुसार दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।

दूध पीने से ताकत मिलती है ये तो सभी जानते हैं, लेकिन दूध का सेवन बीपी के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दूध में मौजूद पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन डी और फॉस्फोरस जैसे तत्व हाई बीपी को कंट्रोल करने में मददगार हैं। इसमें पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो रक्तचाप को तो संतुलित रखता ही है, साथ में ब्लड वेसल्स में ब्लड के फ्लो को भी सुचारू बनाए रखता है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है। हालांकि, दिल के मरीजों को लो-फैट मिल्क का सेवन ही करना चाहिए।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार लोगों को गाय के दूध का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। गाय के दूध में कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है, कई बार इसके कारण दिल से जुड़ी समस्याओं का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं, कई मामलों में शरीर में अतिरिक्त कैल्शियम भी ब्लड प्रेशर बढ़ने का कारण बनती है। ऐसे में अधिक मात्रा में दूध पीना भी खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञ के मुताबिक लोगों को अपनी डाइट में रोजाना केवल 1 से 1.5 गिलास दूध को ही शामिल करना चाहिए।