World Malaria Day 2024: आमतौर पर मच्छर के काटने से कई तरह की बीमारियां होती है। लेकिन इन सभी बीमारियों में से मलेरिया सबसे ज्यादा खतरनाक मानी जाती है, क्योंकि इसके कारण कई लोगों की जान पर भी बन आती है। मलेरिया की समस्या से देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के करोड़ों लोग परेशान हैं। इतना ही नहीं इसके कारण हर साल लाखों लोग अपनी जान से हाथ धो देते हैं। हर साल 25 अप्रैल को मलेरिया दिवस मनाया जाता है। जिसका मकसद होता है लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के साथ-साथ इसका रोकथाम किया जाए। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, मलेरिया प्लाज्मोडियम परजीवी से संक्रमित मच्छर के काटने से होती है। आमतौर पर इसके लक्षण एक से दो सप्ताह में नजर आते हैं। लेकिन कई बार थोड़े से लक्षण नजर आने लगते हैं। अगर आपको थोड़ा सा भी मलेरिया होने का शक हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ ही इस टेस्ट को कराएं।
कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC) टेस्ट एक मानक ब्लड टेस्ट है जिसका इस्तेमाल मलेरिया का पता लगाने के लिए किया जाता है, जो मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी है। इसका प्रभावी उपचार सुनिश्चित करने के लिए मलेरिया का जल्द से जल्द पता लगाया जाना चाहिए। ऐसे में समय रहते आपका इलाज किया जाना चाहिए। यदि आपको संदेह है कि आपको मलेरिया है या इसकी जांच के लिए सीबीसी टेस्ट निर्धारित है, तो आपको समझना चाहिए कि यह टेस्ट क्या है और इसकी तैयारी कैसे करें?
सीबीसी टेस्ट डॉक्टरों को मलेरिया के लक्षणों के लिए आपके खून के विभिन्न भागों की जांच करने में मदद करता है। मलेरिया लाल रक्त कोशिकाओं(सेल) (RBC), सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC) और प्लेटलेट्स को बदल सकता है, जिसके परिणामस्वरूप सीबीसी परिणामों में बदलाव होता है।
मलेरिया परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं (सेल) (RBC) के भीतर आक्रमण और प्रसार कर सकते हैं, जिससे एनीमिया हो सकता है। सीबीसी टेस्ट यह पता लगाने के लिए आरबीसी काउंट (गिनती), हीमोग्लोबिन स्तर और हेमाटोक्रिट जैसे कारकों की जांच करता है कि एनीमिया के क्या लक्षण हैं जो मलेरिया होने की तरफ इशारा करते हैं।
श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells)
जब आपको मलेरिया होता है, तो आपकी इम्यूनिटी को परजीवियों से लड़ने के लिए अधिक व्हाइट ब्लड सेल्स का उत्पादन करती है। विशिष्ट प्रकार की व्हाइट ब्लड सेल्स जैसे लिम्फोसाइट्स और मोनोसाइट्स में वृद्धि होती है, जो आपको बार-बार संक्रमण का संकेत दे सकती है।
प्लेटलेट्स
मलेरिया आपके प्लेटलेट काउंट को कम कर सकता है, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है। सीबीसी टेस्ट से कम प्लेटलेट स्तर का पता लगा सकता है, जो मलेरिया का संकेत हो सकता है।
सीबीसी टेस्ट कराने से पहले ध्यान रखें ये बातें
इस अवस्था में जरूर कराएं टेस्ट
यदि आपका डॉक्टर मलेरिया टेस्ट करवाने की सलाह देता है, तो जितनी जल्दी हो सके मलेरिया का परीक्षण करवाएं, खासकर यदि आपको बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द या थकावट जैसे लक्षण हैं।
टेस्ट कराने के लिए खाली पेट होना जरूरी नहीं
आमतौर पर आपको मलेरिया के लिए सीबीसी टेस्ट से पहले खाली पेट रखना जरूरी नहीं है, इसलिए आप सामान्य तरह खा-पी सकते हैं।
दवाओं का सेवन
अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं, विशेषकर मलेरिया रोधी दवाएं। कुछ दवाएं सीबीसी परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए सटीक जानकारी प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
शरीर में पानी की कमी न होने दें
हाइड्रेटेड रहने के लिए टेस्ट से पहले खूब पानी पियें। हाइड्रेट होने से रक्त परीक्षण के परिणाम प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए अपने शरीर में बिल्कुल भी पानी की कमी न होने दें।
