World Liver Day 2024: लिवर हमारे शरीर का बेहद जरूरी अंग होता है। खराब लाइफस्टाइल, खानपान के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन सबमें सबसे ज्यादा असर लिवर (Liver) पर पड़ता है। लिवर में सूजन, सिरोसिस लेकर फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या का सामना करना पड़ता है। लिवर शरीर का वो अंग है जो इम्यूनिटी, पाचन, मेटाबॉलिज्म से लेकर शरीर की ओवरऑल हेल्थ का उत्तरदायी होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक हर साल लिवर संबंधी बीमारियों के कारण काफी लोगों की मौंत हो जाती है। भारत में मृत्यु होने के कारण लिवर संबंधी रोग 10वें स्थान पर है। लिवर की कोशिकाओं में वसा के जमा होने से पैदा हुए लिवर के रोगों की एक लंबी लिस्ट शामिल है। इन्हीं में से एक है फैटी लिवर, जिससे हर तीसरा व्यक्ति परेशान हैं।

गैर-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) ने मोटापे, मधुमेह और मेटाबोलिक सिंड्रोम से जुड़े होने के कारण ध्यान आकर्षित किया है। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इसके साधारण से दिखने वाले संकेतों को पहचान कर समय से निवारण किया जा सके, क्योंकि लिवर पर रोग अधिक बढ़ने से वह डैमेज हो सकता है। आइए हेल्थ एक्सपर्ट न्यूबर्ग अजय शाह लैब्रटोरी के प्रबंध निदेशक डॉ. अजय शाह से जानते हैं फैटी लिवर के लक्षण सहित अन्य जानकारी…

बता दें कि लिवर के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे (World Liver Day 2024) मनाया जाता है।   डॉ. अजय शाह के अनुसार, शुरुआती समय में इसके लक्षण काफी कम नजर आते हैं। लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है। वैसे ही कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं।

फैटी लिवर के लक्षण (Fatty Liver Sign)

पैरों में सूजन

 पैरों, टखनों या टांगों में सूजन आ जाती है, जिसे एडिमा कहा जाता है। यह समय फ्यूड रिटेंशन के कारण हो सकती है। ये लिवर के बिगड़े होने का एक नॉर्मल लक्षण हो सकता है।

अत्यधिक नींद आना या थकान होना

इस लक्षण को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि थकान विभिन्न कारणों से हो सकती है, जिसमें जीवनशैली से जुड़े कारक और चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं,। लेकिन फिर भी पर्याप्त आराम करने के बावजूद लगातार थकान बनी रहती हैं, तो ये लिवर की खराबी के का संकेत हो सकता है। लिवर ऊर्जा मेटाबॉलिज्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में अगर लिवर खराब होता है, तो ये ऊर्जा का स्तर कम कर देता है। जिसके कारण थकान के साथ नींद अधिक आती है।

पेट संबंधी  परेशानियां

अगर बार-बार आपको पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो यह भी फैटी लिवर का भी एक संकेत हो सकता है।

गर्दन के आसपास काला होना

फैटी लिवर में शरीर में इंसुलिन बिल्डअप होने लगता है। इसके कारण गर्दन के आस-पास कालापन सा नजर आने लगता है। ये भी फैटी लिवर का ही संकेत हो सकता है।

पीलिया

फैटी लिवर होने पर कई लोगों की स्किन, आंखों आदि में पीलापन छा जाता है। 

बिना कारण वजन कम होना

वजन कम होने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपका वजन भी बिना कारण तेजी से कम हो रहा है, तो यह भी फैटी लिवर का भी एक संकेत हो सकता है।

फैटी लिवर के टेस्ट (Fatty Liver Test)

अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखें, तो तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा आपको समय-समय पर लिवर संबंधी टेस्ट कराने चाहिए। जिसमें लिवर फ़ंक्शन परीक्षण, इमेजिंग अध्ययन(अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन) और लिवर बायोप्सी जैसे टेस्ट शामिल है।

फैटी लिवर की डाइट (Fatty Liver Diet)

अगर आपका लिवर फैटी है, तो अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें इसके साथ ही व्यायाम, योग आदि करते आदि करते रहें। फैटी लिवर वाले व्यक्ति
अपनी डाइट में लहसुन, ओमेगा -3 फैटी एसिड वाले फूड, कॉफी, ब्रोकोली, हरी चाय, नट्स,साबुत अनाज, जैतून का तेल, दूध के प्रोडक्ट्स के साथ विटामिन ई शामिल करें।