World Heart Day 2023: दिल हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंग में से एक है। हालांकि, आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के चलते कम उम्र में ही लोगों को हार्ट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि बीते कुछ समय से हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी दिल से जुड़ी जानलेवा परेशानियों के मामले अधिक देखने को मिले हैं। हार्ट संबंधी इन्हीं बीमारियों को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है।
विश्व हृदय दिवस का इतिहास
इस अंतर्राष्टीय दिन की शुरुआत वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (World Heart Federation) और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) के सहयोग से की गई थी। दरअसल, विश्व स्वास्थ्य महासंघ (WHF) के पूर्व अध्यक्ष एंटोनी बार्ड डी लूना सबसे पहले इस खास दिन को मनाने के विचार के साथ सामने आए थे। इस विचार पर उन्होंने एक रिपोर्ट पेश की, जिसे अपना लिया गया और साल 2000 में पहला हृदय दिवस मनाया गया। उस समय तय किया गा था कि हर साल सितंबर माह के आखिरी रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जाएगा। हालांकि, फिर साल 2014 में इसके लिए 29 सितंबर की तारीक निर्धारित कर दी गई।
क्या है विश्व हृदय दिवस 2023 की थीम?
बता दें कि वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा हर साल हृदय दिवस के लिए एक खास थीम तय की जाती है। वहीं, इस साल यानी साल 2023 के लिए ये थीम ‘यूज हार्ट, नो हार्ट’ (Use Heart, Know Heart) रखी गई है।
क्या है वर्ल्ड हार्ट डे का महत्व?
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के चलते लोग जल्दी दिल से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के आंकड़े बताते हैं कि हर साल करीब 1 करोड़ 79 लाख लोगों की मृत्यु सिर्फ कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की वजह से हो रही है। कोविड के बाद हालात और भी गंभीर हो गए हैं। इसी कड़ी में वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों के जरिए लोगों को हार्ट की सेहत के प्रति सचेत किया जाता है।
कैसे रखें दिल की सेहत का ख्याल?
- इसके लिए सबसे जरूरी है संतुलित आहार लेना, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स सही मात्रा में शामिल हों। इससे दिल की बीमारी का जोखिम कम होगा।
- अगर आप दिल के मरीज हैं, तो प्रोसेस्ड और ट्रांस फैट्स से पूरी तरह दूरी बना लें।
- हर रोज पर्याप्त नींद लें।
- जरूरत से ज्यादा वजन या मोटापा भी दिल के दौरे का जोखिम बढ़ाता है। ऐसे में हर रोज कम से कम रोज आधा घंटा मध्यम इंटेन्सिटी का वर्कआउट करने की कोशिश करें। ये आपके वजन को कंट्रोल करने के साथ-साथ दिल की सेहत को स्वस्थ रख बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करेगा।
- इन सब के अलावा किसी तरह के तनाव से भी खुद को दूर रखने की कोशिश करें। क्रॉनिक या फिर लंबे समय तक तनाव में रहना दिल की बीमारी के जोखिम को बढ़ाता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।