World Hearing Day 2020 Theme: दुनिया भर में ऐसे कई लोग हैं जो बहरेपन के शिकार हैं। बहरापन यानि कि कम सुनाई देना या फिर बिल्कुल भी सुनाई न देना। आमतौर पर इसके शुरुआती लक्षणों को लोग नजरअंदाज कर देते हैं जिस वजह से धीरे-धीरे बहरेपन की समस्या गंभीर रूप ले लेती है। बता दें कि, हमारे कान की सुनने की क्षमता 80 डेसिबल होती है। आज के मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोग अपने वजन पर काबू नहीं रख पाते और मोटापा से ग्रसित लोगों में बहरेपन का खतरा अधिक होता है। 3 मार्च को पूरी दुनिया में बहरेपन को लेकर जागरुकता के लिए विश्व श्रवण दिवस (World Hearing Day) मनाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं ‘बॉडी और सोल’ की एक खबर से कि किस तरह आप अपने कानों को सुरक्षित रख सकते हैं।
कमर के बढ़ते साइज से हो सकता है बहरापन: कान और कमर के बीच कोई संबंध है, कई लोगों को ये बात हैरान कर सकती है। लेकिन एक कोरियन स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि अत्यधिक वजन से सुनने की क्षमता खोने का खतरा होता है। इसमें पेट और कमर के आसपास जमे फैट को भी खतरनाक बताया है। खबर के अनुसार, ज्यादा एब्डॉमिनल फैट से हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा होती है।
शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल से अथेरोस्केलरॉसिस होता है जो ब्लड सप्लाई को प्रभावित करती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और कान तक होने वाले हेल्दी ब्लड फ्लो पर बुरा असर डालता है। कान तक अगर सुचारू रूप से ब्लड नहीं पहुंचेगा तो उसके सेल्स में ऑक्सीजन की भी कमी होगी जिससे कान के सेल्स डैमेज हो सकते हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलियन गाइडलाइन्स की मानें तो, महिलाओं की कमर 80 सेंटीमीटर और पुरुषों में 94 सेंटीमीटर से कम होनी चाहिए।
धूम्रपान करने छोड़ें: खबर की मानें तो 50 हजार पर 8 साल तक हुए एक शोध से ये साबित हुआ है कि धूम्रपान करने से लोगों में सुनने की क्षमता कम होते जाती है। रिसर्चर्स के अनुसार, नॉन स्मोकर्स की तुलना में स्मोकर्स में बहरापन का खतरा 1.2 से 1.6 गुणा ज्यादा है। वहीं, सिग्रेट छोड़ने के 5 साल के अंदर ये खतरा कम हो जाता है। स्मोकिंग से कान में मौजूद हेयर सेल्स डैमेज हो जाते हैं जिस वजह से लोगों को सुनने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
हेयर ड्रायर का न करें इस्तेमाल: इस रिपोर्ट के मुताबिक हेयर ड्रायर का उपयोग करने से भी बहरेपन का खतरा होता है। इसके इस्तेमाल से होने वाला शोर कान के लिए अच्छा नहीं माना जाता है, साथ ही यूज करते वक्त ये कान के बेहद समीप रहता है जो कि हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा, वैक्यूम क्लीनर और ब्लेंडर के अधिक इस्तेमाल से भी हमारे कान बुरी तरह प्रभावित होते हैं। वहीं, अगर आपके इन एलेक्ट्रिकल अप्लाएंसेस ( Electrical appliances) से आने वाली आवाज 80 डेसिबल से कम है तो आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

