मुंह की सेहत (ORAL HEALTH) को बनाए रखने के लिए दांतों और मसूड़ों की नियमित सफाई बेहद जरूरी है। जब भी ओरल हाइजीन की बात होती है तो सबसे पहली और बुनियादी आदत है ब्रश करना। डेंटिस्ट्स की सलाह के अनुसार दिन में दो बार ब्रश करना दांतों से जुड़ी कई समस्याओं जैसे कैविटी, कीड़ा लगना, मसूड़ों की सूजन, सांसों की बदबू को दूर करता है।

ओरल हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए ब्रश करने का सही तरीका भी उतना ही जरूरी है। सुबह ब्रश करने से मुंह की ताजगी बनी रहती है और बैक्टीरिया हटते हैं जो रातभर जमा हो जाते हैं। लेकिन रात को सोने से पहले ब्रश करना और भी ज्यादा जरूरी है, क्योंकि रात में लार बनना कम हो जाता है, जिससे मुंह की नेचुरल सफाई नहीं हो पाती।

 इस दौरान अगर दांतों पर भोजन के कण और प्लाक रह जाएं, तो वे कैविटी, इन्फेक्शन और बदबू का कारण बनते हैं। दांतों की सेहत बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को सुबह नाश्ते के बाद और रात को सोने से पहले कम से कम 2 मिनट तक फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करना चाहिए। हो सके तो दिन में एक बार माउथवॉश और फ्लॉसिंग भी करें। अच्छी ओरल हाइजीन न सिर्फ दांतों को मजबूत बनाती है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है।

लेकिन भारत में लोग सिर्फ दिन में एक बार ही ब्रश करते हैं वो भी सुबह के समय। रात में सोने से पहले 50 फीसदी लोगों को ब्रश करने की आदत नहीं है। अंतरराष्ट्रीय डेंटल जर्नल (2023) की एक रिपोर्ट के अनुसार केवल 45% भारतीय ही दिन में दो बार ब्रश करते हैं। रात को ब्रश नहीं करना एक आम आदत है। भारत में दांत साफ करना अक्सर सुबह की ताज़गी का हिस्सा माना जाता है, न कि रात में सोने से पहले की जरूरी साफ-सफाई। दिनभर की थकान, भूलने की आदत या इसकी अहमियत न समझना, लोगों को रात में ब्रश करने की आदत से दूर रखते हैं। आइए जानते हैं कि रात में ब्रश करना क्यों है जरूरी।

कैविटी से होता है बचाव

दिन में दो बार ब्रश करने से भोजन के कण और प्लाक हटते हैं, जिससे दांत सड़ने से बचते हैं। रात में भोजन करने के बाद ब्रश करने से दांतों में जमा खाना रातभर सड़ता नहीं है और दांतों का कीटाणुओं से बचाव होता है।

मुंह की बदबू होती है दूर

रात को ब्रश न करने से बैक्टीरिया मुंह में रह जाते हैं, जिससे सुबह सांसों में बदबू आती है। अगर आप रात को ब्रश करते हैं तो सांसों की बदबू दूर होती है और आपको बेड ब्रेथ से निजात मिलती है।

मसूड़ों की बीमारियों से होता है बचाव

ब्रश करने से मसूड़ों की लाइन पर जमा प्लाक हटता है और सूजन या खून आने की समस्या नहीं होती। रात में ब्रश करना मसूड़ों को हेल्दी रखने के लिए जरूरी है।

प्लाक और टार्टर जमने से होता है बचाव

रात को सोने से पहले और सुबह नाश्ते के बाद ब्रश करने से प्लाक टार्टर में बदलने से पहले ही साफ हो जाता है।

दांत टूटने का खतरा होता है कम

नियमित ब्रशिंग से मसूड़े और हड्डियां मजबूत रहती हैं, जिससे दांत लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं।

सुबह उठते ही पेशाब आना नॉर्मल है या फिर कोई परेशानी, एक्सपर्ट से जानिए सच्चाई। यूरिन को रोकना कैसे सेहत के लिए घातक है, पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।