यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले नॉर्मल अपशिष्ट उत्पाद हैं जो सभी की बॉडी में बनते हैं। यह टॉक्सिन तब बनते हैं जब प्यूरीन नामक रसायन बॉडी में टूट जाता है। प्यूरीन शरीर में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है जो कई फूड्स जैसे कि लीवर, शंख और शराब में भरपूर मौजूद होता है। डीएनए के टूटने पर भी ये शरीर में बन सकते हैं। बॉडी में मौजूद प्यूरीन को किडनी फिल्टर करके बॉडी से बाहर निकाल देती है। लेकिन जब शरीर बहुत अधिक यूरिक एसिड बनाता है और किडनी ठीक से काम नहीं करती तो ये यूरिक एसिड ब्लड में जमा हो सकते है।
जब आप बहुत अधिक हाई प्यूरीन वाले फूड्स खाते हैं या मूत्रवर्धक, एस्पिरिन और नियासिन जैसी दवाईयां खाते हैं तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है और ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं। इससे जोड़ों में कई तरह की दर्दनाक परेशानियां होती है। इस स्थिति को गाउट कहा जाता है। इससे किडनी की पथरी भी हो सकती है। यूरिक एसिड का स्तर अगर पुरुषों और महिलाओं में 7.5 mg/dL से अधिक हो जाए तो ये जोड़ों को कई तरह से तकलीफ देता है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड का स्तर इस सीमा से अधिक होने पर जोड़ों में कौन से 4 लक्षण दिखते हैं और इस दर्दनाक स्थिति का इलाज कैसे करें।
जोड़ों का गर्म होना
यूरिक एसिड हाई होने पर उसके क्रिस्टल बनने लगते हैं जिससे वो जोड़ों के आस-पास जमा होने लगते हैं। ये क्रिस्टल जोड़ों पर बुरा असर डालते हैं। इन यूरिक एसिड के क्रिस्टल की वजह से हाथ-पैरों के जोड़ गर्म होने लगते हैं। हाथ लगाने पर इन जोड़ों में दर्द भी महसूस होता है। ये दर्द हल्का और तेज दोनों तरह का हो सकता है जिसे टेंडरनेस कहा जाता है।
जोड़ों की सूजन और रेडनेस होना
यूरिक एसिड हाई होने से जोड़ों में सूजन और रेडनेस की परेशानी हो सकती है। ये सूजन यूरिक एसिड के क्रिस्टल की वजह से आती है। जोड़ों के अंदर इन क्रिस्टल के जमा हो जाने से अंदर जोड़ों को नुकसान पहुंचता है जिसका असर बाहर की स्किन पर भी दिखता है। नुकीले क्रिस्टल ना सिर्फ जोड़ों में चुभते हैं बल्कि जोड़ों की स्किन का रंग भी रेड कर देते हैं।
जोड़ों की स्किन का रंग लाल या बैंगनी होना
जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उनके जोड़ों की स्किन का रंग भी बदलने लगता है। यूरिक एसिड हाई होने से जोड़ों की स्किन का रंग लाल या बैंगनी हो सकता है। स्किन का ये रंग नील पड़ने के कारण भी हो सकता है। जोड़ों की स्किन के रंग में बदलाव होते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
उठने-बैठने पर जोड़ों में तेज दर्द होना
जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है तो उनके जोड़ों में यूरिक एसिड के नुकीले क्रिस्टल जमा होने लगते हैं जिससे जोड़ों में तेज चुभन वाले दर्द का अनुभव होता है। इस दर्द की वजह से उठना-बैठना तक दूभर हो जाता है।