यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन हैं जो मर्द और औरत सभी की बॉडी में बनते हैं। पुरुषों और महिलाओं में यूरिक एसिड हाई होने का स्तर अलग-अलग होता है। पुरुषों में यूरिक एसिड की नॉर्मल रेंज 3.4 से 7.0 mg/dL होती है जबकि महिलाओं में इसकी नॉर्मल रेंज 2.4 से 6.0 mg/dL होती है। बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर इस रेंज से ज्यादा होने पर बॉडी में कई तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं। हाई यूरिक एसिड होने पर हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द, पैरों और एड़ियों में तेज दर्द,पैरों के तलवों में दर्द होना और तलवों का लाल होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर हाई होने के लिए प्यूरीन डाइट जिम्मेदार है। डाइट में आयरन का अधिक सेवन और किडनी से जुड़ी कोई भी परेशानी हाई यूरिक एसिड का कारण बनती है। लम्बे समय तक अगर यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल नहीं करें तो इसके क्रिस्टल बनने लगते हैं जो जोड़ों में दर्द का कारण बनते हैं। यूरिक एसिड का स्तर हाई होने पर पैरों में उसके लक्षण दिखने लगते है।

फॉर्टिस एस्कॉर्टस बोन एंड ज्वाइन इंस्टीट्यूट में डायरेक्टर डॉक्टर कौशल कांत मिश्रा के मुताबिक जब यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो इसका सबसे ज्यादा असर पैरों पर दिखता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि यूरिक एसिड का स्तर हाई होने से पैरों में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं।

हाई यूरिक एसिड पैरों में एक्यूट पेन का बनता है कारण

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें पैरों में एक्यूट पेन की शिकायत रहती है। ये दर्द पैर के अंगूठे में सबसे ज्यादा होता है। सुबह के समय ये दर्द बेहद परेशान करता है, फिर धीरे-धीरे दिन में हल्का होता रहता है।

पैरों के तलवों में दर्द और पैरों में सूजन का बनता है कारण?

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई होता है उनके पैरों के तलवों में बेहद दर्द होता है। सुबह के समय बिस्तर से उठते ही पैर जमीन पर रखने पर बेहद दर्द महसूस होता है। हाई यूरिक एसिड पैरों में सूजन का भी कारण बनता है, जिसकी वजह से चलने-फिरने में भी परेशानी होती है। हाई यूरिक एसिड की वजह से पैरों की उंगलियों के अलावा घुटनों,पैरों के गट्टों में भी दर्द बेपनाह रहता है।

पैरों में पसीना ज्यादा आता है और तापमान भी रहता है हाई

जिन पुरुषों का यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें पैरों में पसीना ज्यादा आता है और उन्हें पैरों में गर्मी ज्यादा लगती है। अगर समय रहते इस परेशानी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो मरीज का चलना फिरना तक दूभर हो जाता है।

पैर होने लगते हैं सुन्न

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उनके पैर सुन्न होने लगते हैं। ऐसे लोगों को पैर में चोट लगने और घाव होने का खतरा अधिक रहता है। पैरों के सुन्न होने की परेशानी रात में ज्यादा परेशान करती है।

नित्यानंदम श्री से जानते हैं कि कैसे करें यूरिक एसिड कंट्रोल

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट नित्यानंदम श्री के मुताबिक जिन पुरुषों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो खट्टी चीजों का सेवन नहीं करें। खट्टी चीजों में दही का सेवन खाने में पुरुष ज्यादा करते हैं। दही का सेवन कभी-कभी किया जाए तो ठीक है लेकिन इसकी आदत बनाना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है। अगर यूरिक एसिड को कंट्रोल करना है तो टमाटर का सेवन कम करें,टमाटर की चटनी,कैफीन,सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करना बंद करें। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई है वो तेज रंग वाली सब्जियां जैसे शिमला मिर्च और गाजर का सेवन भी कम करें।