High Uric Acid Risk and Symptoms: हाइपयूरिसेमिया एक स्वास्थ्य परेशानी है जो शरीर में तब उत्पन्न होती है जब ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा अत्यधिक हो जाती है। ये परेशानी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। इससे गाउट, हार्ट डिजीज, डायबिटीज और किडनी डिजीज का खतरा होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा अधिक होता है।
इन 8 तरह के लोगों को रहना चाहिए ज्यादा सतर्क: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हाइपरयूरिसेमिया की परेशानी किसी को भी हो सकती है। हालांकि, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में यूरिक एसिड का बढ़ना अधिकतर देखा जाता है। वहीं, कुछ रिस्क फैक्टर भी हैं जिसका लोगों को ध्यान रखना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि जो लोग शराब का सेवन करते हैं उनमें यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है। वहीं, जो लोग हृदय रोग से संबंधी दवाइयां ले रहे हैं उन्हें भी सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा, ज्यादा एक्सरसाइज करने वाले लोगों को भी हाई यूरिक एसिड की परेशानी हो सकती है। वहीं, जो लोग हाई ब्लड प्रेशर, उच्च रक्त शर्करा, हाइपोथायरॉयडिज्म और मोटापा से ग्रस्त होते हैं उनमें भी यूरिक एसिड बढ़ने की संभावना होती है।
जानें यूरिक एसिड के लक्षण: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हाइपरयूरिसेमिया के केवल एक-तिहाई मरीजों में ही लक्षण दिखते हैं। वहीं, अधिकतर लोग असिंप्टोमैटिक हाइपरयूरिसेमिया के शिकार होते हैं। लंबे समय तक ब्लड में यूरिक एसिड ज्यादा होने से कई डिजीज हो सकती हैं, ऐसे में लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है।
यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने से इसके क्रिस्टल्स जोड़ों में जमा होने लगते हैं। इस वजह से पैरों के अंगूठे, पैर, एड़ियों, घुटनों और कोहनी में दर्द हो सकता है। जॉइंट पेन, अकड़न, हाथ-पैरों को हिलाने में समस्या, लालीपन और सूजन भी हाइपरयूरिसेमिया के लक्षण हैं।
इसके अलावा, किडनी में स्टोन होना भी यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत होता है। इसके अलावा, पेशाब करने में परेशानी, जलन, बदबू और खून निकलने का कारण भी हाई यूरिक एसिड हो सकता है।
रखें इन बातों का ख्याल: लोगों को शारीरिक रूप से फिट तो रहना चाहिए लेकिन जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। साथ ही, भरपूर मात्रा में पानी पीयें और जितना हो सके प्यूरीन फूड्स से दूरी बनाएं।