Diabetes Early Symptoms: मेटाबॉलिज्म में खराबी होने पर डायबिटीज रोग का खतरा बढ़ जाता है। इस रोग में ब्लड में ब्लड शुगर लेवल अधिक हो जाता है जो बॉडी सेल्स तक पहुंचने में असमर्थ हो जाता है। इससे शरीर के विभिन्न हिस्सों पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है। डायबिटीज के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं, इसलिए ही इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हालांकि, अगर समय रहते डायबिटीज की पहचान हो जाए तो इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो भारतीय व्यस्कों में 12 से 18 प्रतिशत डायबिटीज का खतरा बढ़ा है। ऐसे में आइए जानते हैं इस बीमारी के 5 शुरुआती लक्षण –

अत्यधिक थकान: अगर आप दिन भर आराम करने और सेहतमंद खाने के बावजूद भी अत्यंत थके हुए महसूस करते हैं तो ये मधुमेह रोग का लक्षण हो सकता है। डायबिटीज से ग्रस्त मरीज अक्सर डिहाइड्रेटेड महसूस करते हैं और बिना अधिक काम किये भी जल्दी ही थक जाते हैं।

ज्यादा प्यास लगना: आमतौर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को स्वस्थ रहने के लिए अधिक पानी पीने की सलाह देते हैं। लेकिन जिन लोगों को बार-बार प्यास लगे या फिर पानी पीने के बावजूद गला सूखा रह जाए तो ऐसा शरीर में हाई ब्लड शुगर के कारण हो सकता है।

बार-बार पेशाब लगना: डायबिटीज का एक लक्षण पॉली यूरिया भी होता है। इस स्थिति में लोगों को लगातार पेशाब लगने की शिकायत हो सकती है। कहते हैं कि रक्त शर्करा की मात्रा अधिक होने से किडनी के फिल्टर करने की क्षमता कमजोर होती है। इससे यूरिन में शुगर जमा होने लगता है। यही वजह है कि मरीजों को बार-बार पेशाब लग सकती है। इससे बैक्टीरियल या फिर यीस्ट इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ता है।

वजन में गिरावट: संतुलित आहार लेने के बाद भी अगर आपके वजन में तेजी से गिरावट हो रही है तो ये डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। डॉक्टर्स मानते हैं कि इस बीमारी के प्रभाव से शरीर के ऑर्गन धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं, इससे वजन घटने लगता है। वहीं, एक स्टडी के मुताबिक पुरुषों में वजन बढ़ना भी हाई ब्लड शुगर का संकेत हो सकता है।

कमजोर नजरें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने से नजरें भी कमजोर हो सकती हैं। इससे आंखों की सेहत खराब होती है और अंधेपन का खतरा भी बढ़ता है। ऐसे में अचानक से अगर आंखों के आगे धुंधलापन छाने लगे तो इसे हल्के में न लें।