तनाव एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो इंसान की जिंदगी में ज़ंग लगा देती है। इनसान खुद को भूल जाता है और उलझनों में उलझ जाता है। ये तनाव इंसान की जिंदगी से खुशियां छीन लेता है और जिंदगी को गम व परेशानियों के सैलाब में डुबो देता है। तनाव एक मानसिक और शारीरिक प्रतिक्रिया है जो किसी भी प्रकार के बाहरी दबाव या चुनौतियों के कारण पैदा होती है। तनाव हमारे शरीर और मस्तिष्क की एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया होती है। वैसे कुछ समय का तनाव हमें कठिन स्थिति से निपटने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन ये तनाव अगर लम्बे समय तक बना रहे तो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
आजकल तनाव हर किसी को है, बच्चों को, युवाओं को और बुजुर्गों को सभी को तनाव है। इस तनाव के चक्कर में लोग खुश होना भूल गए हैं। आप तनाव में है इसके लक्षण आपकी बॉडी में दिखने लगते हैं जैसे
- सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द या खिंचाव होना
- नींद में कमी या ज्यादा नींद आना
- पेट में परेशानी,अपच, गैस, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
- हाई बीपी और दिल की गति तेज होना
- मिजाज़ में चिड़चिड़ापन, गुस्सा,चिंता, डर या घबराहट
- थकान रहना और बहुत आलस होना
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होना
- उत्साह और आनंद की कमी
- अत्यधिक खाने या न खाना
- सामाजिक संबंधों से बचना या अकेलापन महसूस करना तनाव के लक्षण हैं।
अगर आप डिप्रेशन में है तो आप खुश नहीं रह सकते। डिप्रेशन में इंसान की जिंदगी बेहद निराश और उबाऊ लगती है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बताया अगर आप खुश रहना चाहते हैं और डिप्रेशन से बाहर आना चाहते हैं तो आप कुछ खास तरीकों को अपनाएं। उनके अनुसार खुश रहने के लिए हमें अपने अंदर की स्थिति को समझना और उसे सही दिशा में मोड़ना जरूरी है। सद्गुरु का कहना है कि हमारा मन हमेशा बाहर की परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया करता है। अगर हम अपने विचारों और प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित कर सकें, तो हम अंदर से शांत और खुश रह सकते हैं। आइए सदगुरु से जानते हैं कि तनाव को दूर करने के लिए और खुश रहने के लिए हम कौन से तरीके अपना सकते हैं।
हर दिन जिंदगी की जांच करें
जिस तरह बिजनेस के फायदे और नुकसान का पता करने के लिए हिसाब किताब रखना जरूरी है उसी तरह जिंदगी को खुश रखने के लिए हर दिन जिंदगी की जांच करें। हर दिन रात में ये पता लगाएं कि क्या आप कल की तुलना आज ज्यादा खुश हैं। आप हर दिन और हर महीने का हिसाब रखें। आप कितने खुश है और अपने आस-पास के लोगों को कितना खुश कर सकते हैं इसका आप अपने पास अकाउंट रखें।
जिंदगी छोटी है ये याद रखें
सदगुरु ने बताया लाखों लोग ऐसे हैं जो रात को सोते हैं लेकिन अगली सुबह नहीं उठ पाते, अगर आप उठ पाते हैं तो आप खुशनसीब है। सदगुरु ने बताया आप इस तरह जी रहे हैं जैसे कि आप अमर हैं, मतलब आप अपनी नशवरता के प्रति जागरूक नहीं है। अगर आप जागरूक हो जाए तो आपके पास किसी से लड़ने का, किसी की बुराई करने का और किसी को परेशान करने का समय नहीं होगा। सदगुरु ने बताया अगर आप जागरूक रहेंगे तो आप किसी के बारे में नहीं सोचेंगे। आप सिर्फ दो दिन खुद को याद दिलाएं कि जिंदगी छोटी है, मैं नश्वर हूं और एक दिन मेरा अंत हो जाएगा तो आप देखिएगा शानदार बन जाएंगे।
अपने आनंद की कमान अपने हाथ में लें
आपका जीवन और आपके जीवन का अनुभव पूरी तरह से आपने ही बनाया है। आपके साथ किसने क्या किया इससे फर्क नहीं पड़ता आप अपने आप में बदलाव लाएं। जीवन में संघर्ष और चुनौतियां हमेशा रहेंगी, लेकिन अगर हम खुद को भीतर से संतुलित रखें तो किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं। सदगुरु कहते हैं कि जो कुछ भी हमारे पास है उसके लिए आभार व्यक्त करें हमारी खुशहाली बढ़ेगी।
मन और तन को हेल्दी रखें
सदगुरु ने बताया अगर आप खुश रहना चाहते हैं तो अपने तन और मन को शांत रखें। तन और मन को शांत रखने के लिए आप योग, ध्यान और सही डाइट का सेवन करें।
आंतों की सूजन होने पर तेजी से बनती है पेट में गैस, इन 5 फूड को तुरंत डाइट का बना लें हिस्सा, बिना दवा सुधर जाएगी गट हेल्थ। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।