माहवारी यानी पीरियड्स का टाइम किसी भी महिला के लिए बेहद कठिन होता है। इस समय महिलाओं को पेट और कमर में असहनीय दर्द, चिड़चिड़ेपन, फूड क्रेविंग्स, थकान और ना जानें किस-किस चीज से गुजरना पड़ता है। खैर, ये बात तो ज्यादातर लोग जानते ही होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि महिलाओं की तरह पुरुषों को भी पीरियड्स होते हैं? जी हां, एक सर्वे में इस बात की पुष्टी हुई है। इतना ही नहीं, सर्वे में सामने आया है कि मैन पीरियड (Man Period) के दौरान पुरुषों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं क्या होता है ‘मेल मेंस्ट्रुएशन’ (Male Menstruation), साथ ही जानेंगे कि महिलाओं के मासिक धर्म से पुरुषों में होने वाले पीरियड्स किस तरह अलग हैं।
क्या होता है मेल मेंस्ट्रुएशन?
डेलीमेल में छ्पी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेडिकल भाषा में मेल मेंस्ट्रुएशन को आईएमएस कहा जाता है। इसका मतलब ‘इरिटेबल मेल सिंड्रोम’ (Irritable Male Syndrome) होता है। वहीं, बात अगर इसके पीछे के कारण कि करें, तो पुरुषों के शरीर में समय-समय पर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम होने लगता है। इसी के चलते उन्हें पीरियड्स के दौरान होने वाले लक्षण महसूस होते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर साल 2012 में 2,412 लोगों पर एक सर्वे किया गया था। इस दौरान 26 प्रतिशत पुरुषों में पीरियड्स (Male Menstruation Symptoms) होने के लक्षण पाए गए। सर्वे में 56 प्रतिशत पुरुषों में चिड़चिड़ेपन, 51 प्रतिशत पुरुषों में थकान, 47 प्रतिशत पुरुषों में क्रेविंग, 43 प्रतिशत पुरुषों में ज्यादा भूख लगने, 43 प्रतिशत पुरुषों में छोटी सी बात पर निराश हो जाने और 15 प्रतिशत पुरुषों में शरीर के फूल जाने जैसी बातों पर गौर किया गया। इतना ही नहीं, सर्वे के दौरान 43 प्रतिशत महिलाओं ने भी इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने अपने पार्टनर के अंदर इस तरह के लक्षण देखें हैं।
महिलाओं से कैसे अलग हैं पुरुषों के पीरियड्स?
सर्वे के दौरान सामने आया कि हर चार में से एक पुरुष को हर महीने पीरियड्स होते हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि इस दौरान उन्हें महिलाओं की तरह रक्तस्त्राव (Bleeding) नहीं होता है। इससे अलग वे भी पेट और कमर में असहनीय दर्द, थकान, मूड स्विंग जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। इस दौरान उनकी फूड क्रेविंग भी बढ़ जाती है और महिलाओं की तरह उन्हें भी अलग-अलग चीजें खाने का मन करता है। कुछ महिलाओं ने माना है कि कई बार तो उनके पार्टनर का हाल उनसे भी ज्यादा खराब हो जाता है।