Diabetes Attack: डायबिटीज एक जीवन शैली से संबंधित रोग है जिसमें मरीजों का ब्लड शुगर प्रभावित होता है। ये बीमारी होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें मोटापा, स्ट्रेस, फैमिली हिस्ट्री मुख्य तौर पर शामिल हैं। अगर किसी मरीज का ब्लड शुगर रेंज फास्टिंग में 70 से 110 मिलीग्राम/ डीएल व खाना खाने के 2 घंटे बाद 100 से 140 मिलीग्राम डीएल रहता है तो परेशानी की कोई बात नहीं है। लेकिन इससे ज्यादा होने पर मरीजों को अपने खानपान और दिनचर्या पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कई बार लापरवाही इन मरीजों में डायबिटीज अटैक के खतरे को बढ़ाती है, शरीर में ब्लड शुगर के बढ़ते स्तर के कारण ये स्थिति आ सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं इसके लक्षण और कैसे करें बचाव-
क्या हैं इसके लक्षण: डायबिटीज अटैक गंभीर मरीजों को ही अपना शिकार बनाती है। जो लोग बहुत जल्दी थक जाते हैं, बेहद कमजोर और बेचैन रहते हैं, उन्हें इसका अधिक खतरा होता है। कोई चीज समझने में मुश्किल होना, धुंधला नजर आना, सिर में दर्द, ज्यादा पसीना आना इसके लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, हाथ-पैर सुन्न पड़ना, पैरों में दर्द, भूख-प्यास की अधिकता भी इस गंभीर स्वास्थ्य समस्या की ओर संकेत करता है। वहीं, छाती में दर्द और धड़कनों के तेज होने पर भी डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाती है।
कैसे करें बचाव: डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर जब ज्यादा हो जाए, शुगर का स्तर अनियमित और शरीर की हीलिंग प्रॉपर्टीज कमजोर हो जाएं तो डायबिटीज अटैक का खतरा बढ़ता है। शरीर में जब ब्लड शुगर लेवल अत्यधिक लो या हाई हो जाता है तो अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में मरीजों को अपने डाइट के प्रति बेहद अलर्ट रहने की जरूरत है। साथ ही कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन से दूरी बना लें। अगर चक्कर या आंखों के सामने अंधेरा छाने की शिकायत है तो बेहतर होगा कि आप अपने साथ हमेशा कोई मीठी चीज़ रखें।
पूरे दिन में खाएं इतनी कैलोरीज: मधुमेह रोगियों के लिए एक दिन में कितने कैलोरीज का सेवन फायदेमंद है, लोग अक्सर इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो डायबिटीज पेशेंट अपने वजन व लंबाई के अनुसार ही कैलोरीज का सेवन करना चाहिए। वहीं, शारीरिक रूप से कोई भी मरीज कितना सक्रिय है, इस बात पर भी उसकी कैलोरीज इनटेक निर्भर करती है। मधुमेह रोगियों को अपनी डाइट में प्रोटीन को अच्छे मात्रा में शामिल करना चाहिए।