Benefits of drinking neem leaves water daily: नीम को आयुर्वेद में सदियों से वरदान माना जाता है। इसके पत्ते, छाल और फल पारंपरिक रूप से औषधीय गुणों के लिए इस्तेमाल होते आए हैं। खासतौर पर नीम की पत्तियों का पानी एक सरल और असरदार घरेलू उपाय है, जो स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद है। नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को अंदर से शुद्ध करने, संक्रमण से बचाने और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया नीम (Neem) एक ऐसी दवा है जिस की कड़वी 1 या दो पत्तियों को भी अगर रोज खाया जाए तो ज्यादातर बीमारियां दूर हो जाएंगी। आयुर्वेद में नीम को एक शक्तिशाली औषधीय पौधा माना जाता है। इसे आरोग्यवर्धिनी यानी सेहत बढ़ाने वाला और सर्व रोग नाशिनी यानी सभी प्रकार की बीमारियों को दूर करने वाला कहा गया है। नीम की पत्तियों का सेवन शरीर के वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करने में मदद करता है, लेकिन ये विशेष रूप से पित्त और कफ को शांत करने में बेहद प्रभावी है।
नीम के पत्तों का सेवन उसका पानी बनाकर करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और पेट से जुड़ी परेशानियां दूर होती है। इस पानी का सेवन करने से खून साफ होता है, चेहरे के मुंहासे और दाग-धब्बे दूर होते हैं। नीम का पानी खून को साफ करता है, जिससे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। आइए जानते हैं कि रोज नीम के पत्तों का पानी पीने से सेहत पर कैसा होता है असर।
ब्लोटिंग होती है कंट्रोल
आयुर्वेद में नीम को अग्निदीपक यानी Digestive Fire को बढ़ाने वाला कहा गया है। नीम पाचन क्रिया को तेज करता है और पाचन शक्ति को बैलेंस करता है। रोज अगर नीम के पत्तों के पानी का सेवन किया जाए तो पाचन दुरुस्त रहता है और ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है। सुबह खाली पेट नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से पेट दर्द, कब्ज,आंतों की सूजन कंट्रोल रहती है। ये पानी पेट से कीड़े निकालता है और गट हेल्थ में सुधार करता है।
ओरल हेल्थ रहती है दुरुस्त
नीम के पत्तों का पानी माउथवॉश के रूप में इस्तेमाल करने से दांतों पर जमी प्लाक की परत कम होती है। यह मसूड़ों की सूजन को भी घटाने में मदद करता है और मुंह और दांतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। नियमित उपयोग से ओरल हेल्थ मजबूत होती है और दांतों की सफाई में फायदा मिलता है।
डायबिटीज रहती है कंट्रोल
नीम की पत्तियों का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इनमें पाए जाने वाले प्राकृतिक यौगिक शरीर में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाते हैं, जिससे ग्लूकोज़ कोशिकाओं तक सही मात्रा में पहुंचती है और ब्लड में शुगर अस्थिर नहीं होता। नियमित रूप से नीम का पानी पीने या पत्तियों का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा नीम मेटाबॉलिज्म को सुधारने में भी फायदेमंद माना जाता है।
नीम का पानी लिवर की हेल्थ में करता है सुधार
नीम का पानी लिवर की हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और औषधीय गुण शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मददगार होता हैं, जिससे लिवर पर दबाव कम होता है। नियमित रूप से नीम का पानी पीने से लिवर की कार्यक्षमता सुधरती है और ये लिवर को हेल्दी रखने में मदद करता है।
स्किन की परेशानियां होती हैं दूर
नीम के पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मुंहासे, दाद-खाज और स्किन की सूजन को कम करने में मदद करता हैं। नियमित सेवन से स्किन साफ और हेल्दी रहती है।
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