चीनी हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम सुबह की चाय से लेकर मिठाईयों में और कई तरह के फूड्स में करते हैं। WHO के मुताबिक रोजाना लगभग 25 ग्राम यानी 6 चम्मच या उससे भी कम चीनी का सेवन करना चाहिए। लेकिन हमारी जिंदगी में मीठी चीजों का सेवन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हम मीठे ड्रिंक से लेकर चाय-कॉफी और मिठाइयों में चीनी का सेवन करते हैं। चीनी बेशक जीभ को मिठास देती है और मीठा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करती है लेकिन आप जानते हैं कि ये रिफाइंड शुगर सेहत के लिए घातक भी है।

रोजाना रिफाइंड शुगर का सेवन करने से मोटापा, डायबिटीज़, दिल की बीमारी, लिवर की बीमारी, दांतों से जुड़ी समस्याएं और मानसिक सेहत तक पर असर पड़ता है। रिफाइंड शुगर स्लो प्वाइजन (slow poison) की तरह काम करती है अगर इसे रोज़ ज़्यादा मात्रा में लिया जाए तो बॉडी बीमारियों का घर बन जाएगी। अगर आप बीमारियों से बचाव करना चाहते हैं तो रिफाइंड शुगर का विकल्प अपनाएं। जी हां, अगर आप चीनी की जगह गुड़ का सेवन करें तो ये आपकी बॉडी पर बेहद पॉजिटिव असर करेगा।

क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स, नोएडा की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा बताती है कि गुड़ हमेशा से ही सेहत के लिए हेल्दी ऑप्शन माना जाता हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों में ये सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसका सेवन करने से पहले इसके अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को समझना जरूरी है। अगर बात करें चीनी और गुड़ में दोनों में कौन सा ज्यादा बेहतर है तो हम हमेशा गुड़ को ही कहेंगे। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गुड़ कैसे रिफाइंड शुगर से बेहतर है।

गुड़ कैसे रिफाइंड शुगर से बेहतर है?

गुड़ सिर्फ़ मीठा करने वाला फूड नहीं है बल्कि ये पोषक तत्वों का भंडार है। रिफाइंड चीनी में खाली कैलोरी होती है जबकि गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कैल्शियम होता है। यह उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो मीठा खाने के साथ-साथ ज़रूरी मिनरल भी लेना चाहते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर एक महीने तक रिफाइंड शुगर की जगह सिर्फ गुड़ का सेवन किया जाए तो पाचन दुरुस्त हो जाएगा। गुड़ पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करके पाचन में सुधार करता है। 

गुड़ का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और बॉडी डिटॉक्स होती है। एंटीऑक्सीडेंट और खनिजों से भरपूर गुड़ खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी हेल्दी रहती है। गुड़ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और दिल की सेहत को दुरुस्त करता है। डायबिटीज मरीज रिफाइंड शुगर की जगह सीमित मात्रा में गुड़ का सेवन करें। गुड़ धीरे-धीरे एनर्जी रिलीज करता है और शुगर स्पाइक को रोकता है। फाइबर रिच गुड़ का सेवन करने से वजन घटाना आसान होता है।

किन लोगों को गुड़ का सीमित सेवन या परहेज करने की जरूरत है

  • जिन लोगों का ब्लड शुगर हमेशा हाई रहता है वो गुड़ का सेवन करने से परहेज करें।
  • जिन लोगों को इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम है वो गुड़ का सेवन करने से बचें।
  • जो लोग कैलोरी को कंट्रोल करना चाहते हैं और वजन कम कर रहे हैं उन्हें गुड़ खाने से बचना चाहिए।
  • जिन लोगों को गन्ने से एलर्जी है वो इसका सेवन करने से परहेज करें।

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