लगातार बदलते लाइफस्टाइल का सबसे ज्यादा असर हमारे स्वास्थ्य हुआ है। गलत खानपान की वजह से हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों ने घेर लिया है, जिसमें से एक है अल्सर। अल्सर कई प्रकार के होते है जैसे कि पेप्टिक अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, ड्यूडिनल अल्सर और इसोफेगल अल्सर।
इसी में से एक है गैस्ट्रिक अल्सर यानी पेट का अल्सर बेहद खतरनाक होता है। अतिरिक्त एसिड पेट में गैस्ट्रिक अल्सर का मुख्य कारण बन सकता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं हो पाता तो यह आंतों के कैंसर का कारण भी बन सकता है। आइए जानते हैं क्या है पेट का अल्सर, इसके लक्षण और बचाव के घरेलू उपाय।
क्या है पेट का अल्सर?
शरीर के अंदर छोटी आंत के म्यूकल झिल्ली पर छाले या घाव की समस्या को गैस्ट्रिक अल्सर कहा जाता है। यह पेट में अधिक मात्रा में एसिड होने, धूम्रपान या नशीले पदार्थों का सेवन, स्टीरॉयड्स के अधिक सेवन, अनुवांशिक कारण, अधिक तनाव लेने और गलत खानपान की वजह से हो सकता है। इसके अलावा हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक जीवाणु का संक्रमण भी पेट में अल्सर होने का एक प्रमुख कारण है।
पेट में अल्सर होने के क्या क्या लक्षण है?
गलत खानपान की आदतों की वजह से पेट में एसिड बन जाता है। पेट में मौजूद एसिड ऊपर की ओर फूड पाइप में आ जाता है जिससे सीने में जलन होने लगती है। इसके साथ ही अक्सर लोगों को पेट फूलने की प्रॉब्लम रहती है। यह भी पेट में अल्सर होने की निशानी हो सकती है। इसके अलावा बार-बार वोमिंटग होने पर भी पेट में अल्सर होने का संकेत हो सकता है।
इसके अलावा वोमिंटग में ब्लड आना भी इसका लक्षण हो सकता है। वहीं अचानक वजन कम होना भी पेट के अल्सर का एक लक्षण है और बार-बार भूख लगना या फिर दिन में कई बार खाना भी अल्सर की निशानी है।
- रात में, खाली पेट या खाने के कुछ समय बाद तेज दर्द
- गैस और खट्टी डकार
- उल्टी
- पेट के उपरी हिस्से में दर्द
- पेट का भारीपन
- भूख में कमी
- वजन घटना
- सुबह-सुबह हल्की मितली
अल्सर में क्या क्या खाना चाहिए?
फूलगोभी और पत्ता गोभी का इस्तेमाल अल्सर की समस्या से बचाव में मदद कर सकता है। इसके अलावा अल्सर डाइट चार्ट में मूली को शामिल करना भी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही सेब, ब्लूबेरी, रास्पबेरी, ब्लैक बेरी, स्ट्रॉबेरी फायदेमंद होता है।
घरेलू उपाय
- बेल का जूस या बेलपत्र का जूस पेट के अल्सर में लाभदायक होता है।
- पेट के अल्सर में रोगियों को केला, नारियल, पत्तागोभी, गाजर और मेथीदाना का सेवन करना चाहिए।
- पेट के अल्सर के लिए गुड़हल के लाल फूलों को पीसकर, पानी के साथ इसका शर्बत बनाकर पीना लाभकारी होता है।
- गाय के दूध में हल्दी की कुछ मात्रा मिलाकर इसे रोजाना पीने से भी पेट के अल्सर में लाभ होता है।
क्या अल्सर ठीक हो सकता है?
गलत खानपान और गैस्ट्रिक समस्या के कारण यह बीमारी होती है, बता दें कि पेप्टिक अल्सर से कैंसर का खतरा नहीं होता, लेकिन गैस्ट्रिक अल्सर से कैंसर हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि समय रहते इसका इलाज करा लिया जाए। जल्दी पता चलने पर एसिड की दवाओं से इसे ठीक कर दिया जाता है।