वजन का बढ़ना एक आम समस्या बनती जा रही है। इसके लिए तमाम वजहें जिम्मेदार होती हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हमारी डाइट और जीवन शैली की झलक शरीर में दिखती है। आप अपनी डाइट और लाइफस्टाइल जितनी अच्छी रखेंगे, उतना ही खुद को फिट पाएंगे। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच हम खुद के लिए वक्त ही नहीं निकल पाते हैं। बाहर का खाना और पैकेट वाला खाना हमारा समय तो बचाता है, लेकिन सेहत भी बिगाड़ता है।

जानी मानी पोषण विशेषज्ञ मंजू मलिक कहती हैं कि बेहतर डाइट और व्यायाम के साथ अभी वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग का ट्रेंड चल रहा है। तमाम विशेषज्ञ इंटरमिटेंट फास्टिंग को वजन घटाने के लिए सबसे अच्छा मानते हैं

क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग ?
इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट, योग और व्यायाम की ही तरह वजन घटाने में फायेदमंद है। हालांकि ये कोई डाइट प्लान नहीं है। इसमें एक व्यक्ति को 24 घंटो में 16 घंटा के लिए भूखा रहना होता है। 16 घंटे के बाद आप खाना खा सकते हैं। खाना खाने का समय 8 घंटा निर्धारित किया गया है। यानी कि अगर आप रात के 7 बजे खाना खा चुके हैं तो आपको सीधा सुबह के 11 बजे ही कुछ खाना होता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के लाभ: मंजू मल्लिक कहती हैं कि जब भी हम खाते हैं, तब हमारा इंसुलिन बढ़ता है और वो शुगर बन कर हमारे लीवर में रहता है। नतीजा लीवर में फैट जमा होना शुरू हो जाता है। लेकिन इंटरमिटेंट फास्टिंग में जब आप कुछ भी नहीं खाते तो हमारा शरीर ऊर्जा के लिए उसी शुगर को इस्तेमाल करता है। जब भूखा रहने का समय काल अधिक होगा तभी फैट भी तेजी से कम होगा।

इन 8 घंटो में क्या खाएं? आप इस समय अपनी भूख के अनुसार हरी सब्जियां और फल खाएं। इन 8 घंटों में कोशिश करें कि कोई भी जंक फूड न खाएं। ताकि आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग का सही परिणाम देखने को मिल सके।