Tips for Thyroid Patients: अगर किसी व्यक्ति में थायरोक्सिन हार्मोन का प्रोडक्शन अत्यधिक मात्रा में होने लगती है तो उससे थायरॉयड नाम की बीमारी हो जाती है। इस बीमारी को ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण धीरे-धारे सामने आते हैं। बता दें कि ‘थायरॉयड’ गर्दन में एक विशेष ग्लैंड को कहा जाता है जो थायरोक्सिन नामक हार्मोन का उत्पादन करती है। ये हार्मोन शारीरिक गतिविधियों के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन इस हार्मोन के अनियमित होने पर लोग हाइपर व हाइपो थायरॉयड की परेशानी से जूझते हैं। इस बीमारी के मरीजों को अपनी जीवन-शैली का खास ख्याल रखना चाहिए। इस बीमारी में अक्सर लोगों को वजन बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अपनी डाइट में ये 5 बदलाव करना फायदेमंद हो सकता है।
विटामिन डी को दें तवज्जो: कई अध्ययनों में इस बात की जानकारी मिलती है कि विटामिन डी के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, ऑटो इम्युन डिजीज से शरीर को बचाए रखता है। ये विटामिन सैल्मन और टूना फिश में भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा, मशरूम में विटामिन डी भी प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। इसके अलावा, सेलेनियम की मात्रा अधिक होती है, जो थायरॉयड को कंट्रोल करने का काम करता है।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने वाले फूड: हाइपर थायरॉइड की बीमारी में लोगों का मेटाबॉलिज्म बुरी तरह से प्रभावित होता है जिससे कि भोजन को पचने में अधिक समय नहीं लगता। जल्दी भोजन पच जाने के वजह से इस बीमारी के मरीजों को बार-बार भूख लगती है। ऐसे में थायरॉयड के मरीजों को अपनी डाइट में वो खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए जिनसे उनका मेटाबॉलिक रेट बेहतर हो। मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए लोगों को फाइबर से भरपूर वेजिटेबल स्मूदी, सलाद, सब्जियां व प्रोटी न के अच्छे स्रोतों का सेवन करना चाहिए। इनसे मेटाबॉलिज्म तो बेहतर होगा ही, साथ में ये वजन कम करने की प्रक्रिया में भी मददगार होते हैं।
कार्ब्स का करें सेवन: आमतौर पर लोग वजन कम करने के लिए कार्ब्स का इस्तेमाल से परहेज करते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञ थायरॉयड के मरीजों को उन खाद्य पदार्थों को शामिल करने की सलाह देते हैं। ऐसे में साबुत अनाज खाना इनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। नॉर्मल आटे की तुलना में साबुत अनाज में पोषण की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा, काजू, बादाम और सूरजमुखी के बीज जैसे नट्स और सीड्स शरीर को ऊर्जा देने में मददगार होते हैं। ये सभी सूखे मेवे कार्ब्स के भरपूर स्रोत माने जाते हैं।