गुजरते वक्त के साथ हमें कई तरह की बीमारियों का सामना भी करना पड़ रहा है। अगर व्यक्ति का शरीर स्वास्थ्य रहेगा तो वह मानसिक रूप से भी सेहतमंद रहेगा। इसलिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक सेहत भी बेहद ही जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियां और बीमारियां हैं। उन्हीं में से एक माइग्रेन के बारे में, आज हम बात करेंगे।

चिकित्सक डॉ मार्क हाइमन के अनुसार माइग्रेन सुनने में बहुत छोटी बीमारी लगती है। लेकिन ये छोटी बीमारी बड़ी समस्या बन सकती है, जिसमें बहुत तेज सिर दर्द होता है, जो कई दिनों तक चल सकता है। माइग्रेन होने का कारण सिर्फ दिमाग नहीं है बल्कि ये अन्य कारणों की वजह से भी हो सकता है।

वेबम्ड के अनुसार सिर की एक तरफ तीव्र दर्द, उल्टी, मतली और सिर में झनझनाहट माइग्रेन के मुख्य लक्षणों में से है। इसका इलाज मतली विरोधी दवाओं या निवारक दवाओं के साथ किया जाता है। डॉ मार्क हाइमन ने अपने इंस्टाग्राम पर माइग्रेन के तीन सबसे सामान्य कारणों को साझा किया है।

मैग्नीशियम की कमी – मैग्नीशियम को आमतौर पर “रिलैक्सेशन मिनरल” के रूप में जाना जाता है, और यदि आप के शरीर में इसकी कमी होती है तो आपको सिरदर्द और माइग्रेन हो सकता है। डॉक्टर मार्क ने मैग्नीशियम ग्लाइसीनेट, साइट्रेट, ऑक्साइड, या एस्पार्टेट की खुराक में लेने के लिए कहा है। इससे माइग्रेन के लक्षणों से राहत मिलता है। हालांकि डॉक्टर मार्क ने इन दवाओं को अपने डॉक्टर की सलाह पर ही आहार में शामिल करने की सलाह दी है। अगर आपको किसी भी तरह की किडनी की बीमारी है तो माइग्रेन का इलाज डॉक्टर की देखरेख में ही करें।

वो खाना जिससे आपको परेशानी होती हो – कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनसे किसी-किसी व्यक्ति को परेशानी हो जाती है। इस स्थिति को फूड सेंसिटिविटी कहा जाता है। माइग्रेन अक्सर ग्लूटेन के कारण भी हो सकता है। ग्लूटेन गेहूं, जौ, राई, जई आदि में पाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है, जो आटा बनने पर सक्रिय होता है। यदि आपको ग्लूटेन से परेशानी है तो ये आपके शरीर में सूजन पैदा कर सकता है।

हार्मोन का असंतुलित होना – कई महिलाओं को मासिक धर्म से पहले माइग्रेन का दर्द हो जाता है। जो अक्सर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में असंतुलन के कारण होता है। डॉ हाइमन बताते हैं कि यह तनाव, बहुत अधिक शराब, चीनी, आटा और स्टार्च का सेवन करने के कारण हो सकता है। साथ ही अगर आप पर्याप्त व्यायाम और अच्छी नींद नहीं ले रहे हैं तो भी हो सकता है। ⁣⁣माइग्रेन से बचने के लिए, एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना, शराब का सेवन कम करना और जंक फूड से दूर रहना बेहद ही जरूरी है।