विटामिन- D हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण विटामिन है। विटामिन डी एक हार्मोन की तरह काम करता है। शरीर में जब धूप लगता है तब हमारे शरीर के अंदर मौजूद कोलेस्ट्रॉल धूप की मदद से विटामिन डी का निर्माण करता है जो शरीर के कई क्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। लेकिन इतना महत्वपूर्ण होने के बावजूद भी अधिकतर लोगों में इस विटामिन की कमी पाई जाती है। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि विश्वभर में क़रीब 1 बिलियन लोग विटामिन डी की कमी से जूझ रहे हैं।
विटामिन डी की कमी होने पर सामान्यतः ये लक्षण दिखाई देते हैं – लगातार थकान का होना- थकान महसूस करना विटामिन डी की कमी का लक्षण हो सकता है। जब हमारे खून में विटामिन डी की कमी होती है तब एनर्जी लेवल कम हो जाता है और हमें थकान की अनुभूति होती है। अगर थकान लगातार बना रहे और चक्कर आए तो डॉक्टर विटामिन डी के सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
हड्डियों और पीठ में दर्द रहना- विटामिन डी हमारे हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। जब शरीर में इसकी कमी होती है तब हमें हड्डियों और पीठ में दर्द होने लगता है। एक अध्ययन में यह देखा गया कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी थी उन्हें आम लोगों की अपेक्षा पैर की हड्डियों, जोड़ों में दर्द रहने का खतरा दोगुना था।
इम्युनिटी का कमज़ोर हो जाना- जब शरीर में विटामिन डी की कमी होती है तब हमारी इम्युनिटी बेहद कमज़ोर हो जाती है जिस कारण हम जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। विटामिन डी हमें बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की शक्ति देता है साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। विटामिन डी की कमी से हम कई इन्फेक्शन से भी ग्रसित हो जाते हैं।
विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए थोड़ा धूप लेना जरूरी है। इसके अलावा अपने खाने में मछली, अंडे का पीला हिस्सा, डेयरी प्रोडक्ट्स, गाजर आदि शामिल करें। डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी का सप्लीमेंट लेना भी फायदेमंद होता है। विटामिन डी से भरपूर आहार कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।