Kidney Disease Symptoms and Remedies: शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग किडनी बॉडी में खून से टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करता है। इतना ही नहीं, ये हमारे शरीर का पीएच (PH), नमक और पोटैशियम का स्तर बनाए रखने और हार्मोन्स के स्राव का काम करती है। बदलते लाइफस्टाइल के कारण किडनी रोग से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। किडनी संबंधी रोग के शुरुआती लक्षणों को पहचान पाना मुश्किल है, क्योंकि इसके लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं।

क्या हैं किडनी में खराबी के लक्षण: बार – बार यूरिन आने का केवल अहसास होना, पेशाब का रंग बदलकर पीला अथवा गाढ़ा हो जाना किडनी में खराबी के लक्षण हैं। किडनी खराब होने के कारण शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक नहीं निकल पाता, जिससे पांव, हाथ और चेहरे में सूजन आने लगता है। कमजोरी, थकान, भूख न लगना, अपच, अचान वजन बढ़ना भी खराब किडनी के लक्षण हो सकते हैं।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब किडनी 60 से 65 प्रतिशत डैमेज हो चुकी होती है तब व्यक्ति को इसका पता चलता है। ऐसे में किडनी रोग से बचने के लिए लोगों को कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल करना चाहिए –

अदरक: अदरक को कई बीमारियों के इलाज में कारगर माना जाता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व किडनी की परेशानी को दूर करने में मददगार है। जिंजेरॉल्स एक एंटी बैक्टीरियल एजेंट है जो कि अदरक में पाया जाता है। ये किडनी को संक्रमण से बचाने में मदद करता है, साथ ही सूजन को कम करने में सहायक है।

डिटॉक्स ड्रिंक्स: स्वास्थ्य विशेषज्ञ अधिक पेय पदार्थ लेने की सलाह देते हैं। किडनी की परेशानी से बचने के लिए व्यक्ति को नियमित रूप से दिन में दिन में कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए। साथ ही, डिटॉक्स ड्रिंक पीना भी इन मरीजों के लिए फायदेमंद है। इससे शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने में आसानी होती है।

अजवाइन: शरीर में मौजूट अतिरिक्त पदार्थों को बाहर निकालने में अजवाइन भी कारगर है। ये किडनी को अपने कार्य सुचारू ढंग से करने में मदद करती है। इस जरूरी अंग को एक्टिव करने और इसका दबाव कम करने में भी इसका सेवन फायदेमंद है।