Uric Acid Diet: आप खाने में क्या खा रहे हैं, ये बहुत हद तक आपके स्वास्थ्य को निर्धारित करता है। हेल्दी रहने के लिए पोषक त्तवों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना भी गलत खानपान का एक नतीजा है। बता दें कि जब लोगों की डाइट में प्यूरीन की अधिकता होने लगती है तो उसे पचाने में बॉडी यूरिक एसिड रिलीज करता है। हाई यूरिक एसिड लेवल पर नियंत्रण रखने के लिए अपनी डाइट को बेहतर करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ जाने पर डाइट में क्या बदलाव करने चाहिए।
प्यूरीन का सेवन कम करें: प्यूरीन एक ऐसा तत्व है जो शरीर में अपने आप तो बनता ही है, साथ ही कुछ फूड्स में भी पाया जाता है। ऐसे में लोगों को हाई प्यूरीन फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। मरीजों को राजमा, छोला, चना, मशरूम, ब्रोकली, हैडॉक, सार्डिन, एन्कोवीज, ट्राउट, ट्यूना और हेरिंग जैसी मछलियों का सेवन बंद कर देना चाहिए।
शरीर में प्यूरीन कम करने वाले फूड्स खाएं: यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में कुछ फूड्स अहम भूमिका निभाता है। लो फैट या फ्री फैट युक्त फूड्स का सेवन शुरू कर दें। डाइट में पीनट बटर, नट्स, कॉफी, साबुत अनाज और सीड्स खाएं।
इन पेय पदार्थों से करें परहेज: यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है, साथ ही दूसरे पेय पदार्थों को भी डाइट में शामिल करना चाहिए। लेकिन मीठे पेय पदार्थ जैसे कि सोडा और फलों के रस के सेवन से बचें क्योंकि इनमें जरूरत से ज्यादा कैलोरीज होती हैं जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा, शराब पीने से भी परहेज करें।
दवा खाने से बचें: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ दवाओं के सेवन से भी यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को इन दवाओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
विटामिन-सी का करें इस्तेमाल: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक विटामिन-सी का इस्तेमाल करने से गठिया का खतरा कम होता है। ये विटामिन ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसलिए विटामिन-सी युक्त फूड्स और सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करें।
