आज के समय में यूरिक एसिड की समस्या बेहद आम हो गई है। कम उम्र के लोग भी इस परेशानी का शिकार होते जा रहे हैं। यूरिक एसिड दरअसल हमारे खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो प्यूरीन नामक रसायन के टूटने पर बनता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक स्वस्थ शरीर में 3.5 से 7.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर यूरिक एसिड की मात्रा होनी चाहिए। बॉडी में इससे ज्यादा यूरिक एसिड होने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल बनकर जमने लगता है। इससे हड्डियों के बीच में गैप हो जाता है, हड्डियां बेहद कमजोर हो जाती हैं और व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

हाइपरयूरिसीमिया यानी हाई यूरिक एसिड के चलते व्यक्ति को जोड़ों में तेज दर्द, सूजन और गठिया जैसी समस्याएं घेर लेती हैं। इसके अलावा यूरिक एसिड के बढ़ने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थॉयराइड होने का खतरा भी अधिक रहता है। साथ ही हाई यूरिक एसिड किडनी पर भी बेहद खराब असर डालता है। ऐसे में अगर आप भी हाइपरयूरिसीमिया की स्थिति से गुजर रहे हैं, तो यहां हम आपको 4 ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप यूरिक एसिड की समस्या से बिना दवाई छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये असरदार तरीके-

प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ से बनाए दूरी

जैसा ही ऊपर जिक्र किया गया है, शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के लिए प्यूरीन जिम्मेदार होता है, ऐसे में सबसे पहले प्यूरीन युक्त खाद्य पथार्थों से पूरी तरह दूरी बना लें। इनमें भी खासकर मीट, सीफूड, गोभी, मशरूम, ज्यादा फैट वाला दूध, राजमा, सूखे मटर और पालक खाने से बचें। इस तरह के भोजन में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।

फाइबर की मात्रा बढ़ाएं

फाइबर से भरपूर चीजें मेटाबोलिज्म को तेज करने में मदद करती हैं, जिससे प्यूरिन का पाचन भी तेज हो जाता है और फिर ये अपशिष्ट उत्पाद किडनी से फिल्टर होलकर मल-मूत्र के जरिए शरीर से बाहर आ जाता है। ऐसे में हाइपरयूरिसीमिया से पीड़ित लोग फाइबर रिच फूड का सेवन करें। इसके लिए आप ओट्स, साबुत अनाज, फलियां, गाजर, चिया सीड्स, अलसी के बीज आदि को डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

विटामिन सी

कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि विटामिन सी खून में यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे आपको जोड़ों में दर्द, ऐंठन, सूजन आदि की समस्या से राहत मिलती है। खासकर गाउट की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को एक्सपर्ट्स विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके लिए आप खट्टे फल जैसे संतरा, मौसम्बी, ग्रेपफ्रूट, कीवी आदि का सेवन कर सकते हैं।

शराब और मीठे से बनाएं दूरी

इन सब के अलावा हाई यूरिक एसिड की समस्या से परेशान लोगों को शराब और मीठे से पूरी तरह दूरी बना लेनी चाहिए। दरअसल, शराब का सेवन बॉडी को डिहाइड्रेट करने का काम करता है जिसकी वजह से किडनी की फंक्शनिंग में परेशानी होती है। ऐसे में किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती हैं और इससे परेशानी अधिक बढ़ने लगती है। वहीं, मीठी चीजों में मौजूद फ्रुक्टोज यूरिक एसिड में तेजी से मिलने लगता है और यूरिक एसिड को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा मीठी चीजों में भी प्यूरीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में इनका सेवन हानिकारक साबित हो सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।