आज के समय में यूरिक एसिड की समस्या बेहद आम हो गई है। कम उम्र के लोग भी हाइपरयूरिसीमिया का शिकार होते जा रहे हैं। हाइपरयूरिसीमिया दरअसल, बढ़े हुए यूरिक एसिड को ही कहा जाता है। वहीं, यूरिक एसिड हमारे खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो प्यूरीन नामक रसायन के टूटने पर बनता है। वैसे तो यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होकर यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन हाई लेवल में पाए जाने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। इसकी वजह से हड्डियों के बीच में गैप हो जाता है, जिससे पीड़ित को जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न, सूजन, गाउट आदि का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक हाई यूरिक एसिड की समस्या होने के कारण किडनी स्टोन की परेशानी भी हो सकती है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि वयस्क महिलाओं का नॉर्मल यूरिक एसिड लेवल 2.5 से 6 mg/dL होता है, जबकि वयस्क पुरुषों में यूरिक एसिड लेवल 3.5 से 7 mg/dL तक नॉर्मल माना जाता है। इससे अधिक मात्रा में होने पर ये बॉडी के लिए खतरा बनता चला जाता है। ऐसे में अब सवाल उठता ही कि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो गई है, इस बात का पता कैसे लगाया जाए? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो बता दें कि हाइपरयूरिसीमिया की समस्या होने पर यूरिन में कुछ खास लक्षण नजर आते हैं, इन लक्षणों को पहचानकर आप समय रहते सही इलाज के साथ सेहत पर हाई यूरिक एसिड के चलते होने वाले खतरों को टाल सकते हैं। आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में-

पेशाब में हो रहे इन बदलावों को ना करें नजरअंदाज

बार-बार पेशाब आना

बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ जाने पर किडनी इसे फिल्टर करने के लिए अधिक मेहनत करती हैं। वहीं, जैसा ही ऊपर जिक्र किया गया है, यूरिक एसिड को फिल्टर करने के बाद हमारे गुर्दे इसे पेशाब के रास्ते बॉडी से बाहर निकालते हैं। ऐसे में अगर आपको जोड़ों में तेज दर्द, सूजन और अकड़न के साथ-साथ बार-बार यूरिन डिस्चार्ज करने की इच्छा महसूस होती है, तो ये हाइपरयूरिसीमिया के चलते हो सकता है। इस तरह की स्थिति में अधिक देरी किए बिना डॉक्टर से अपनी जांच करा लें।

पेशाब का रंग बदल जाना

आमतौर पर यूरिन का कलर पीला होता है। वहीं, सही मात्रा में पानी पीने पर ये रंग हल्का पीला नजर आता है। हालांकि, जब बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ जाता है, तो पेशाब का रंग धुंधला या मटमैला जैसा नजर आता है। इस स्थिति को नजरअंदाज ना करें।

यूरिन से तेज गंध आना

इन सब के अलावा यूरिन से तेज गंद आना और यूरिन पास करते हुए तेज जलन या दर्द का अहसास होना भी हाई यूरिक एसिड का एक लक्षण हो सकता है। हालांकि, किडनी से जुड़ी अन्य परेशानियों या यूटीआई की चपेट में आने पर भी यूरिन में ये लक्षण नजर आते हैं। ऐसे में भी समय रहते जांच कराना जरूरी है। इन सब के अलावा कई बार यूरिक एसिड की मात्रा अधिक बढ़ जाने पर पेशाब में खून भी आने लगता है, जो गंभीर स्थिति की ओर इशारा करता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।