यूरिक एसिड (Uric Acid) बढ़ने के कारण कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट की वजह से यह समस्या काफी आम हो गई है। हम जो भी खाते या पीते हैं उसका सीधा प्रभाव यूरिक एसिड पर पड़ता है। आमतौर पर शरीर में यूरिक एसिड तब बढ़ता है जब किडनी की फिल्टर करने की क्षमता कम होने लगती है। यूरिक एसिड का लेवल जब शरीर में बढ़ जाता है तो गाउट की समस्या हो जाती है। गाउट होने पर जोड़ों में तेज दर्द और सूजन होने लगता है। कई डॉक्टर और विशेषज्ञों का मानना है कि अधिक तनाव लेने की वजह से भी यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है। आइए जानते हैं इसे कंट्रोल करने का तरीका-

तनाव कम करें: तनाव, नींद पूरी ना होना और शारीरिक रूप से सक्रिया ना रहना, सूजन को बढ़ा सकता है। सूजन के कारण यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है। अपने तनाव को कम करने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज या फिर योग जैसी तकनीकों का अभ्यास कर सकते हैं। इसके अलावा आप स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं। तनाव कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी होता है। बेहतर नींद के लिए क्या करें-

– सोने से पहले फोन या टीवी का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें।
– सोने और उठने का एक निश्चित समय निर्धारित कर लें।
– लंच टाइम में कैफिन का सेवन ना करें।

वजन कम करें: वजन बढ़ने के कारण भी शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है। फैट सेल्स मसल्स सेल्स की तुलना में अधिक यूरिक एसिड बनाता है। ऐसे में जब आपका वजन अधिक हो जाता है तो किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाता है। इसलिए वजन कंट्रोल में रखने का प्रयास करें।

पर्याप्त पानी पिएं: बहुत सारा पानी पीने से आपका किडनी यूरिक एसिड को तेज़ी से बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए रोजाना कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं। यह आपको और भी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में मदद करता है।

हरी पत्तेदार सब्जियों का सूप पिएं: हरी सब्जियों में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। साथ ही यह आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं। पालक, फूल गोभी जैसी अन्य पत्तेदार सब्जियों का सूप बनाकर रोजाना सुबह पिएं।