यूरिक एसिड शरीर में पाया जाने वाला एक तरह का केमिकल होता है। ये प्यूरीन नामक प्रोटीन के ब्रेकडाउन से बनता है। आमतौर पर ये केमिकल किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाता है, लेकिन कई बार शरीर में इसकी मात्रा लगातार बढ़ती जाती है, जिसके बाद किडनी भी इसे फिल्टर नहीं कर पाती है। इसके बाद कई तरह की परेशानी हो सकती हैं, जिसमें जोड़ों में दर्द कॉमन है।
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के अलग-अलग तरीके हैं। इस बीमारी पर काबू पाने के लिए 5 फलों का जूस भी बहुत फायदेमंद साबित होता है, तो आइए पहले आपको ऐसे ही फलों के जूस के बारे में बताते हैं-
सेब का जूस: हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो आपको सेब का जूस रोजाना पीना चाहिए। इसके साथ आपको पानी भी खूब पीना चाहिए। सेब का जूस शरीर के हानिकारक तत्वों को निकालने में बहुत मददगार साबित होता है। इसमें मेलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड को तोड़ने या शरीर से बाहर निकालने में बहुत मदद करता है। अगर आप जूस पीने में असमर्थ हैं तो आप रोज़ाना एक सेब खा सकते हो।
नींबू का रस: आयुर्वेदा में नींबू के रस को बहुत महत्व दिया जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो आपको रोज़ाना दिन में दो बार नींबू के रस का सेवन करना चाहिए। ये भी आपके शरीर से यूरिक एसिड को आउट करने में बहुत मदद करता है। इसके साथ आपको आमला भी ज्यादा से ज्यादा खाना चाहिए।
संतरे का जूस: संतरे का जूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर विटामीन-सी पाया जाता है। इससे शरीर में ज्यादा मात्रा में मौजूद यूरिक एसिड बाहर आता है और किडनी भी ठीक तरीके से काम करने में लाभकारी साबित होती है।
स्ट्रॉबेरी का रस: यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड में हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि स्ट्रॉबेरी का रस सबसे ज्यादा फायदेमंद है। इस रस से शरीर में मौजूद हानिकारक केमिकल को बाहर करने में किडनी को बहुत मदद मिलती है। एसिड लेवल बढ़ने के कारण किडनी इन्हें बाहर नहीं निकाल पाती है। लेकिन ये काफी मददगार साबित होती है।
अजवाइन के बीज: अजवाइन को गर्म पाने के साथ लेने का भी बहुत फायदा होता है। अजवाइन का मुख्य काम शरीर के पाचन तंत्र को स्वस्थ करना होता है। ये शरीर में रक्त चाप सुनिश्चित करती है। आप रोज़ाना एक चम्मच अजवाइन का सेवन रोज़ाना कर सकते हैं, लेकिन इसके साथ भरपूर मात्रा में पानी लेना भी बहुत जरूरी है। अन्यथा ये पूरे तरीके से काम नहीं करता है।