बॉडी में मौजूद यूरिक एसिड एक तरह का केमिकल होता है। ये शरीर में प्यूरीन नाम के प्रोटीन के टूटने से बनता है। आमतौर पर यूरिक एसिड किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद शरीर से मूत्र मार्ग के रास्ते बाहर आ जाते हैं। ये वेस्ट प्रोडक्ट के रूप में बाहर निकल जाते हैं, लेकिन कई बार ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जब किडनी ऐसा कर पाने में असमर्थ साबित होती है। ऐसी स्थिति में इससे कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं।
यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने का एक मुख्य लक्षण है जोड़ों में तेज दर्द होना। ये मानव शरीर के जोड़ों पर जम जाते हैं। शुरुआत में हम लोग कई बार इसकी अनदेखी करना शुरू कर देते हैं। लेकिन इसकी अनदेखी किडनी में पथरी जैसी समस्या भी कर सकती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर प्रताप चौहान ने बताया, ‘यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से जोड़ों का दर्द असहनीय भी हो जाता है। शुरुआत में ये पहले छोटे जोड़ों में जमता है। लेकिन बाद में बड़े जोड़ों तक पहुंचना शुरू कर देता है और ये एक गंभीर बीमारी का रूप ले लेता है।’
कैसे कर सकते हैं उपाय? डॉक्टर चौहान बताते हैं, ‘अगर इसके घरेलू उपाय की बात करें तो आपको सबसे पहले अपनी डाइट में कुछ बदलाव करने चाहिए। एल्कलाइन डाइट का सेवन करना शुरू करें। एल्कलाइन वॉटर से भी यूरिक एसिड का स्तर शरीर में कम होता है। ये एक ऐसा पानी होता है, जिसमें एसिड कम होता है। हरी सब्जियां, ताजा फलों का सेवन करें। सेब का जूस भी इससे निपटने में बहुत फायदा करता है। एलोवेरा का गूदा या ब्रोकली आप खा सकते हैं। गाजर और अमरूद का सेवन बहुत फायदा करता है।’
बॉडी में यूरिक एसिड का नॉर्मल स्तर 3.5 से 7.2 mg/dl के बीच होता है, लेकिन अगर यह स्तर बढ़ जाए तो इस स्थिति को हाई यूरिक एसिड कहा जाता है। यूरिक एसिड कंट्रोल करने के लिए बहुत जरूरी है कि आप किसी भी प्रकार का नॉनवेज न खाएं। आजकल ये ज्यादातर लोगों की डाइट का हिस्सा बन गया है। यही वजह है कि इसका आपकी सेहत पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है। दूसरा ज्यादा मसाले वाली चीजें खाने से भी बचना चाहिए। इसके अलावा खट्टी चीजें भी बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। खासकर नींबू को यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर तुरंत बंद कर देना चाहिए।