यूरिक एसिड और गाउट दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जिन लोगों को गाउट का दौरा पड़ता है तो उन्हें जोड़ों में सूजन होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। ये सूजन और दर्द इतना ज्यादा होता है जिसकी वजह से आप रात में सुकून से सो नहीं सकते हैं। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि रात में गाउट का हमले होने की संभावना 2.4 गुना ज़्यादा होती है। दर्दनाक गाउट का दौरा तब पड़ता है जब यूरिक एसिड क्रिस्टल जोड़ में इकट्ठा हो जाते हैं और सूजन को ट्रिगर करते हैं। ये छोटे क्रिस्टल तब बनते हैं जब शरीर में बहुत ज़्यादा यूरिक एसिड या यूरेट होता है – इस स्थिति को हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं। गाउट के मरीजों में रात में दर्द ज्यादा होता है। रात में यूरिक एसिड बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं जैसे शरीर के तापमान में गिरावट, सांस लेने में बदलाव और डिहाइड्रेशन।
एशियन हॉस्पिटल में डायरेक्टर एंड हेड- नेफ्रोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन, डॉ. रीतेश शर्मा ने बताया यूरिक एसिड के मरीजों को रात के समय हाई यूरिक एसिड की परेशानी ज्यादा होती है। यूरिक एसिड हाई होने की वजह से उसके क्रिस्टल जोड़ों में जमा होने लगते हैं और गाउट का दर्द बढ़ने लगता है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें डाइट पर कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है। डाइट में प्यूरीन रिच फूड्स जैसे रेड मीट, शराब और प्रोटीन से भरपूर फूड्स का सेवन करने से मना किया जाता है।
लम्बे समय तक अगर यूरिक एसिड को कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसके स्टोन तेजी से बनने लगते हैं। अगर स्टोन यूरीन का रास्ता ब्लॉक करते हैं तो यूरीन में इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है। अगर लगातार यूरिक एसिड के स्टोन बनते हैं तो वो किडनी के फंक्शन को भी प्रभावित कर सकते हैं, यहां तक कि ये स्टोन किडनी को डैमेज भी कर सकते हैं।
यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से ही यूरिक एसिड स्टोन बनते हैं। अगर आप चाहते हैं कि यूरिक एसिड कंट्रोल रहे तो आप इन स्टोन को डायल्यूट करें। रात में यूरिक एसिड के स्टोन को बढ़ने से रोकने के लिए डॉक्टर एक थेरेपी का सहारा लेते हैं जिसकी मदद से रात में यूरिक एसिड स्टोन बनने का खतरा कम हो जाता है और दर्द से भी राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि कौन सी थेरेपी को अपनाकर यूरिक एसिड के क्रिस्टलों को कंट्रोल कर सकते हैं।
रात में यूरिक एसिड स्टोन क्यों तेजी से बनते हैं?
डॉ. रीतेश शर्मा ने बताया हम अक्सर मरीजों को दिन भर में दो से ढाई लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं। यूरिक एसिड के मरीज डेढ़ से दो घंटे में पानी पीते रहते हैं और जल्दी-जल्दी यूरिन पास करते रहते हैं। रात के समय मरीज 5-6 घंटे पक्की नींद से सोता है जिसकी वजह से यूरिन पास नहीं करते और तेजी से यूरिक एसिड बढ़ता है। रात में यूरिन डिस्चार्ज नहीं करने की वजह से यूरिक एसिड के क्रिस्टल एक दूसरे के करीब आते हैं और एक दूसरे के साथ चिपक जाते हैं जिससे उनका साइज बढ़ता है और स्टोन बनते है।
रात में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
रात में यूरिक एसिड हाई होने पर पैर के अंगूठे में चुभन वाला दर्द होता है जो बेहद परेशान करता है। डॉक्टर इस दर्द को कंट्रोल करने के लिए गाउट की दवा देते हैं।
किडनी स्टोन कंट्रोल करने के लिए थेरेपी
एक्सपर्ट ने बताया यूरिक एसिड के स्टोन को कंट्रोल करने के लिए फ्लूइड थेरेपी का सहारा लीजिए। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि पानी का ज्यादा सेवन करने से यूरिक एसिड के क्रिस्टल डायल्यूट होते हैं। इस थेरेपी के मुताबिक मरीज को सोने से पहले दो गिलास पानी पिना होता है। दो गिलास पानी पीकर मरीज दो घंटे बाद बिस्तर से उठ जाता है और उसे यूरिन डिस्चार्ज करना पड़ता है।
इस तरह मरीज दो घंटे सोकर जब यूरीन डिस्चार्ज करता है तो उसे दोबारा दो गिलास पानी पीना होता है। इस तरह रात में दो-दो घंटों के गैप पर पानी पीकर और यूरिन डिस्चार्ज करके आसानी से यूरिक एसिड के क्रिस्टल को जमने से रोका जा सकता है। अगर मरीज रोजाना रात में दो से तीन घंटों में यूरीन का डिस्चार्ज करते हैं तो उनके जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल कम बनते हैं और जोड़ों के दर्द से भी छुटकारा मिलता है।
पेट फूलने की परेशानी है तो इन 5 फूड को अपनी डाइट का हिस्सा बना, ब्लोटिंग से मिलेगा छुटकारा, देखिए फूड लिस्ट। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।